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मयान से निकल चुकी है अब इन दिग्गजों की तलवार …. धार कितना है किसका बैठेगा सटीक निशाना …. जयंत, अनिल, सलीम शहर के चर्चित चेहरे ….. और गद्दी की विरासत से अरुण, तो दूसरी तरफ डॉ राजू, शंकर, जेठूराम, वासुदेव, संगीता…… इन सभी ने भी किया है दावेदारी… चाचा भतीजे के बीच टिकट की होड़

 

 

रायगढ़ ।

रायगढ़ विधान सभा में एक से बढ़कर एक दिग्गज दावेदार सामने आते जा रहे हैं । अब तक सीटिंग एमएलए प्रकाश नायक सहित अनिल चीकू, जयंत ठेठवार, डॉ राजू अग्रवाल, सलीम नियरिया, अरुण गुप्ता, वासुदेव यादव, बलबीर शर्मा, प्रदीप मिश्रा, यतीश गांधी, शंकरलाल अग्रवाल, दीपक पांडे, विभाष सिंह ठाकुर, हरे राम तिवारी, संगीता गुप्ता जैसे भावी प्रत्याशियों ने दावेदारी ठोक दी है। करीब दर्जन भर उम्मीदवारों ने तलवार म्यान से निकाल ली है।

रायगढ़ विधान सभा का यह चुनावी महासंग्राम अब सही मायने में आरंभ हो चुका है। एक से बढ़कर एक दिग्गज मैदान में कूद चुके है, मयानो से तलवार निकल चुकी है अब देखना है कि किसकी तलवार में कितना धार है किसका निशाना सटीक बैठता है अर्थात किसके आवेदन पर चुनाव समिति की मुहर लगती है यह भी जल्द फाइनल हो जायेगा इसके बाद प्रतिद्वंदी एक दूसरे के आमने सामने होंगे। रायगढ़ विधान सभा से टिकट के लिए जबरदस्त होड़ मची हुई है इस होड़ में चाचा भतीजे भी शामिल हैं।


फिलहाल रायगढ़ विधान सभा में दावेदारी ऐसी हो गई है जिससे राजनीतिक पारा भी चढ़ गया है। खास तौर पर जयंत ठेथवार के खुलकर सामने आकर दावेदारी करने से सियासत में उबाल आ गया है। वही शहर से लेकर गांव गांव में राजनीतिक सक्रियता दिखाने वाले अनिल अग्रवाल चीकू के साथ सलीम नियरिया की दावेदारी भी सबको चौंकाने वाली रही है। सलीम नियरिया का भी स्वयं का राजनीतिक कैरियर या कहें राजनीतिक प्रोफाइल भी मजबूत है। जहां तक अनिल अग्रवाल चीकू की बात है तो वे एक ऐसे उम्मीदवार हैं जो पूरे साल आम जन मानस के साथ न्याय के लिए आंदोलन करना सड़क से लेकर न्यायालय तक की लड़ाई में हमेशा अग्रिम पंक्ति में रहे हैं। उनकी अपनी खुद की राजनीतिक प्रोफाइल इतनी मजबूत है की संगठन में उनकी न सिर्फ पहुंच है बल्कि राजनीतिक पैठ भी है। शहर से ज्यादा गांव में इनकी मजबूत पकड़ है। जहां तक सभापति जयंत ठेठवार की बात है तो वे रायगढ़ कांग्रेस में राजनीति के चाणक्य माने जाते हैं कई कांग्रेस विधान सभा का चुनाव संचालन का बड़ा अनुभव है। जयंत रायगढ़ के जाने माने चेहरे हैं कांग्रेस इन पर दांव लगा सकती है वैसे भी जयंत ठेठवार के मैदान में आ जाने से सियासी समीकरण बदल गया है और दूसरे दावेदारों को अपनी टिकट कटने का भय भी सताने लगा है।


रायगढ़ विधान सभा से बलबीर शर्मा, पूर्व कांग्रेस जिला अध्यक्ष दीपक पाण्डे, विभाष सिंह ठाकुर, वासुदेव यादव, पूर्व महापौर जेठूराम मनहर, कांग्रेस प्रवक्ता हरेराम तिवारी भी मैदान में कूदे हैं। इनमे से एक संगीता गुप्ता ने भी दावेदारी की है। शंकरलाल अग्रवाल लगातार मैदानी क्षेत्रों में लगातार सघन संपर्क में लगातार लगे हुए हैं और वे टिकट को लेकर पूरी तरह आश्वस्त है। इसी तरह शहर के गद्दी से चली आ रही राजनीत फिर से एक बार सक्रिय हो चुकी है तत्कालीन मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री रहे और कभी रायगढ़ की राजनीत के धुरी कहे जाने वाले दिग्गज नेता कृष्ण कुमार गुप्ता अपने पुत्र अरुण गुप्ता के लिए राजनीतिक बिसात बिछाना शुरू कर दिया है। लेकिन शहर में चर्चाओं की माने तो अरुण गुप्ता से बेहतर जयंत ठेठवार, अनिल चीकू, सलीम नियरिया बेहतर कैंडिडेट साबित हो सकते। राजनीतिक गलियारों में अरुण गुप्ता की तुलना डॉ राजू अग्रवाल से करते हुए कहीं ज्यादा बेहतर मान रहे है। उनके बारे में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही है फिलहाल दावेदारों की दौड़ में जोरदार तरीके से स्वयं के प्रजेंट कर रहे हैं। इसी तरह शंकर अग्रवाल भी अपनी दावेदारी रायगढ़ विधान सभा के गांव गांव से लेकर छत्तीसगढ़ की राजधानी से होते हुए दिल्ली तक जोरदार तरीके से कर रहे हैं वे हर शाम दाम दण्ड भेद की नीति अपनाने से नहीं चूकेंगे।

 

फिलहाल अब तक करीब दर्जन भर भावी उम्मीदवारों ने मैदान में कूदने पूरी तरह से तैयार है। लेकिन टिकट की दौड़ में कौन किस पर भारी पड़ेगा या फिर सब पर सीटिंग एमएलए प्रकाश नायक भारी न पड़ जाएं। अब तक राजनीतिक गलियारों में प्रकाश नायक की टिकट कटने की बात कही जा रही है लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि यह युद्ध का मैदान राजनीति कहलाता है और राजनीत में शाम दाम दण्ड भेद सब नीति काम आती है और प्रकाश नायक नायक कब कैसे अपनी उम्मीदवारी का पर्चा ले आएं कहा नहीं जा सकता है।
पर शहर में जयंत ठेठवार के सामने आने के बाद उनके नाम के आगे सब पर भारी पड़ने की चर्चाओं का बाजार भी गर्म हो चला है। जयंत ठेठवार फिलहाल सब पर भारी पड़ रहे हैं लोग प्रकाश नायक के बाद अगर किसी का लिया जा रहा तो वो नाम जयंत ठेठवर का लिया जा रहा है। रायगढ़ की राजनीत में अनिल अग्रवाल चीकू, सलीम नियरिया के नाम पर भी खूब चर्चाएं हो रही है। डॉ राजू अग्रवाल के चाहने वाले भी ये मान कर चल रहे हैं कि अगर प्रकाश नायक को टिकट नहीं मिलता है तो डॉ राजू अग्रवाल का नाम फाइनल है। किंतु डॉ राजू अग्रवाल से पहले उनके ही भतीजे अनिल अग्रवाल चीकू का नाम लिया जा रहा है और ज्यादा चांस है की इस बार जयंत ठेठवार और अनिल चीकू के बीच टिकट को लेकर घमासान हो। राजनीतिक गलियारों के अनुसार पैनल में जो नाम चल रहा है उसमे पहले नंबर पर प्रकाश नायक, दूसरे में जयंत ठेठवार, तीसरे डॉ राजू अग्रवाल फिर चौथे में अनिल अग्रवाल चीकू का नाम है। सब जानते हैं बताना यह जरूरी भी है डॉ राजू अग्रवाल और अनिल चीकू चाचा भतीजे है और दोनों ने अपने अपने मयान से तलवार निकाल रखी है।

इनके अलावा दावेदारों में अशरफ खान पार्टी में लंबे समय से सेवा देने के प्रतिफल के तौर पर उम्मीद में है की पार्टी इस बार उन्हें टिकट देगी क्योंकि उन्होंने नगर पालिक निगम के उपाध्यक्ष से लेकर पार्टी से मिली जिम्मेदारियों का सदैव निर्वहन किया है। वही एकमात्र महिला प्रत्याशी जिला पंचायत सदस्य संगीता गुप्ता ने भी दावेदारी किया है पूर्वांचल में उनका और उनके परिवार की अच्छी पैठ है। फिलहाल शहर में अभी यही चर्चा हर जगह आम है कौन है टिकट का असल हकदार।

 

शमशाद अहमद

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