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बदहाल और धूल धूसरित सड़क को लेकर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा ……और बैठ गए सड़क पर ……….. अधिकारियों को मान मनौवल में लग गए 5 घंटे …..

जर्जर सड़क से त्रस्त ग्रामीणों का गुस्सा फूटा , घरघोड़ा एनएच में किया जाम …

घरघोड़ा तहसीलदार , थाना प्रभारी टीम के साथ सुबह से मौके में डटे रहे

5 घंटे तक चले जाम को एसडीएम के आश्वासन बाद चक्का जाम बहाल किया

रायगढ़।

घरघोड़ा मार्ग के नेशनल हाइवे सड़क की जर्जर स्थिति और धूल – प्रदूषण को लेकर आज 1 सितंबर घरघोड़ा क्षेत्र के ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने उग्र आंदोलन कर अमलीडीह में सुबह 7 बजे से चक्का जाम कर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी की और कहा कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं कि गई तो वे आगे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
चक्का जाम के माहौल को शांत बनाये रखने के लिए स्थानीय प्रशासन की तरफ से तहसीलदार हितेश साहू और थाना प्रभारी अमित सिंह पुलिस टीम के साथ सुबह से मौके में डंटे रहे , तहसीलदार व थाना प्रभारी की रणनीति से मौके पर किसी प्रकार को कोई अप्रिय घटना नही घटी ,

रायगढ़ क्षेत्र के आदिवासी नेता व भाजपा किसान मोर्चा के जिला महामंत्री राधेश्याम राठिया , जिला पंचायत सदस्य संतोष राठिया , ने अमलीडीह में ग्रामीणों द्वारा किये गए इस चक्का जाम का समर्थन करने पहुचे और उन्होंने भी शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी की ।

पांच घंटे से चले रहे चक्का जाम में कई किलोमीटर दूर तक गाड़ियों की लाइन लगी हुई थी जिससे आने जाने वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, स्थिति को देखते एसडीएम घरघोडा ने मौके पर पहुँच कर उपस्थित जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों के समक्ष 15 दिवस में कार्य कराने का आश्वासन दिया, जिस पर ग्रामीणों ने सहमति दी और चक्का जाम हटाया गया ।

 

चक्का जाम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ कांग्रेस भाजपा नेता व सैकड़ों की संख्या में सामारुमा, अमली डीह , छर्राटाँगर, भालुमार , सहित क्षेत्र के प्रभावित ग्रामीण शामिल रहे ।

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