मरने के बाद भी बचऊ की आंखे देखेगी दुनिया.. पिता के निधन के बाद पुत्र ने करा दिया नेत्रदान…कोरिया जिला में पहली बार हुआ नेत्रदान…
नेत्रदान का साहसिक निर्णय करने वाले परिवार का कलेक्टर ने किया हार्दिक अभिनंदन एवं आभार

अनूप बड़ेरिया
मृत्यु के बाद भी बचऊ राम की आंखें दुनिया देखती रहेगी। इतना ही नहीं बचऊ राम की आंखों से किसी की जिंदगी अब पूरी तरह रोशन होने जा रही है।
दरअसल कलेक्टर डोमन सिंह के मार्गदर्शन में 34वां राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाडा का आयोजन विगत 25 अगस्त से 8 सितंबर तक किया गया। नेत्रदान पखवाडे के दौरान किये गये प्रचार प्रसार से प्रेरित होकर ग्राम सावांरावां के कुशवाहा परिवार द्वारा अपने मृत परिजन के नेत्रों को दान करने का निर्णय लिया।

आज कोरिया में भी पहली बार एक नेत्रदान हुआ है। गत रात्रि में नेत्रदान की सूचना प्राप्त होने पर सिविल सर्जन डाॅ. एस.के. गुप्ता द्वारा नेत्रदान प्राप्त करने की तैयारी का पूरी तरह अवलोकन कर उचित मार्गदर्शन दिया गया। डाॅ. सेंगर एवं उसकी टीम के नेत्र सहायक अधिकारी आर.पी.गौतम, शारदा काशी एस.एन. एवं सुधीर कुमार के द्वारा नेत्र संग्रहण किया गया। इस पूरे प्रक्रिया में पटना थाना प्रभारी रविन्द्र अनंत, डाॅ. मुकेश हेला, डाॅ. अशोक सिंह, डाॅ. योगेश्वर सराटीया, नागेन्द्र पटेल, बिरेन्द्र साहू एवं बसंत लाल का योगदान सराहनीय रहा।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. रामेश्वर शर्मा द्वारा विशेष महत्व देकर आज प्रातः 6 बजे वाहन की व्यवस्था कर नेत्रों को बिलासपुर नेत्र बैंक के लिए भिजवाने की व्यवस्था की गई। उल्लेखनीय है कि जिले के विकासखंड बैकुण्ठपुर के थाना पटना एवं पोस्ट गिरजापुर अंतर्गत ग्राम सांवारावा के स्व.बचकु राम पिता स्व.राम बरन कोईर के पुत्र जीतेन्द्र कुमार एवं मृतक की पत्नि श्रीमती चंद्रमणि ने नेत्रदान का निर्णय लिया। श्रीमती चंद्रमणि ने बताया कि 69 वर्ष की आयु में उनके पति स्व.बचकु राम की आकस्मिक मृत्यु हुई है।
कलेक्टर ने कुशवाहा परिवार की तरह अन्य व्यक्तियों को भी साहसिक निर्णय लेकर नेत्रदान के इस अभियान में शामिल होने की अपील की है।