बिलासपुर कलेक्टर संजय अलंग की अभिनव पहल… पेलेटिव केयर सेंटर के माध्यम से मरीज बुजुर्गो के जीवन का अंतिम समय कम कष्टमय गुजर सकेगा… मध्य भारत में यह पहला सेंटर है…
डॉ. तिवारी बताते हैं, “पेलेटिव केयर उन मरीजों के लिए है, जिनका चिकित्सा उपचार नहीं है। उनके लिए ऐसे आश्रम बनाते हैं, जहां उनका अंतिम समय शांतिपूर्वक कम से कम दर्द और तकलीफ में व्यतीत हो. मध्य भारत में यह पहला सेंटर है।”
बिलासपुर में एक जेल बंदी की बेटी की स्कूली शिक्षा का इंतजाम करने से चर्चा में आए जिलाधिकारी डॉ. संजय अलंग ने एक और अनूठी पहल की है. इसके जरिए उन बुजुर्गो के जीवन का अंतिम समय कम कष्टमय गुजर सकेगा।
इस केंद्र में बुजुर्गो की देखभाल के लिए डॉक्टर, सीनियर नर्स, ट्रेनी नर्स, योगा शिक्षक, थेरेपिस्ट, सामाजिक कार्यकर्ता को तैनात किया गया है। यहां वर्तमान में 10 मरीज हैं।
जिलाधिकारी डॉ. संजय अलंग का कहना है, “हम समाज के लोगों को बताना चाहते हैं कि बुजुर्ग सिर्फ बच्चों की नहीं, बल्कि समाज की जिम्मेदारी हैं। हमें उन्हें सहेजकर रखना है। पेलेटिव केयर सेंटर के माध्यम से हमारी कोशिश है कि यहां असहाय रोग से पीड़ित बुजुर्गो की अंतिम सांस तक बेहतर से बेहतर सेवा की जाए।”
इस सेंटर में बुजुर्गो की नर्सिंग केयर के साथ उन्हें योगा, फिजियोथेरेपी भी कराई जा रही है. इसके साथ आध्यात्मिक क्षेत्र में धर्म के हिसाब से धर्म संसद बनी है, जिसमें विभिन्न धर्मो के गुरु आकर शिक्षा देते हैं। इसका उद्देश्य यही है कि उनका अंतिम समय शांति से गुजर सके।
पेलेटिव केयर सेंटर में परिजनों की सहमति से ही भर्ती कराया जाता है और यहां उन्हें नि:शुल्क नर्सिंग व अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं. इस संस्थान ने तय किया है कि मरीज की मौत के 24 घंटों तक ही परिजनों का इंतजार किया जाएगा और अगर कोई नहीं आता है तो संस्थान द्वारा अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा।
साआभार- NDTV Doctor Hindi