
रायगढ़ से भाजपा के लिए प्रत्याशी चयन होगा चुनौती पूर्ण फैसला …..कांग्रेस प्रत्याशी और भाजपा के स्थानीय दिग्गज नेता ….या फिर लैंड होंगे प्रत्याशी
रायगढ़ । भाजपा के द्वारा प्रदेश के 21 हॉट विधान सभा में प्रत्याशियों की घोषणा के बाद अब राजनीतिक हल्को में और ज्यादा खलबली मच गई है। धरमजयगढ़ और खरसिया सीट से प्रत्याशियों की घोषणा के बाद जिले की दूसरी सीट के लिए माथापच्ची शुरू हो गई है।
रायगढ़ विधान सभा से लगातार ओपी के नाम की चर्चा बड़े जोर से चल रही है। अब यह कहा जा रहा है की भाजपा ओपी को रायगढ़ से उम्मीदवार बना सकती है। कहा तो यहां तक जा रहा है कि खरसिया से महेश साहू को उम्मीदवार बनाने के पीछे ओपी चौधरी का हाथ है। महेश साहू को खरसिया से उतार कर साहू वोटरों को साधने की कोशिश की गई और ओपी रायगढ़ से उम्मीदवार बनेंगे और रायगढ़ विधान सभा के लगभग 12 हजार साहू वोटरों को लुभाने की रणनीति होगी। लेकिन ये साहू वोटर कितने सधेंगे यह तो गर्भ में है। दूसरी यह भी चर्चा में है की अमर अग्रवाल रायगढ़ लैंड कर सकते है परंतु यह दूर की कौड़ी लगती है। रायगढ़ विधान सभा में भाजपा यदि प्रत्याशी लैंड कराती है तो इसका परिणाम भयानक होगा, क्योंकि इधर पूर्व विधायक विजय अग्रवाल और उनके समर्थक पूरी तैयारी में है यदि विजय को टिकट नहीं मिलती है लैंड करने वाले कोई भी प्रत्याशी हों किसी भी वोटर को साधना उनके लिए टेढ़ी खीर साबित होगी। और विजय अग्रवाल नहीं लगता है की वो ओपी चौधरी के लिए घर से बाहर निकल कर अपना पसीना बहाएंगे।
वहीं दूसरी ओर विकास केडिया, सुनील रामदास अग्रवाल और गौतम अग्रवाल जैसे दावेदारों का क्या होगा, क्या पार्टी को ऐसा प्रतीत होता है की रायगढ़ में लैंड कराए गए प्रत्याशी को जीता पाएंगे। जिला भाजपा में प्रथम पंक्ति में खड़े विजय अग्रवाल जिन्होंने शहर विकास की परिकल्पना की नींव रखी थी और आगे की रूप रेखा तय कर रखा है शहर को संवारने के लिए और जीत दिलाने वाले नेता के तौर पर माने जाते हैं, वहीं वरिष्ठता श्रेणी में गुरुपाल भल्ला जो लंबे समय से पार्टी से मिली दायित्वों को संभालते चले आ रहे हैं और पार्टी में रहते हुए उम्र के दूसरे पड़ाव में हैं जहां उन्हें उम्मीद है कि पार्टी इस वर्ष उन्हें जरूर मौका देगी। वरिष्ठता सूची क्रम में गुरुपाल भल्ला को कमतर नहीं आंका जा सकता है। चुनाव संचालन का उन्हें काफी अनुभव भी है जिले के जाने माने भाजपा नेताओं में गिनती आती है।
इसके बाद वरिष्ठ नेताओं में विकास केडिया जो छात्र राजनीति से शुरू करते हुए भाजयुमो से होते हुए जिला भाजपा के महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए जिम्मेदारियों को पूरे दायित्व के साथ बखूबी निभाया। इसके अलावा वे कई पदों पर रहे और वर्तमान में सक्ती विधान सभा के प्रभारी भी हैं। भाजपा में दूसरी पीढ़ी के भाजपा में एक जाना पहचाना नाम है शहर से लेकर बूथ लेबल तक इनकी पकड़ है।
दूसरी पीढ़ी के ही गौतम अग्रवाल की भी दावेदारी अपनी अलग तरीके से है पिता की विरासत को बखूबी निभाते हुए राजनीत के एक मंजे हुए राजनीतिक सूझ बूझ वाले माने जाते हैं। गौतम अग्रवाल की दावेदारी के पीछे पार्टी के इतर उनकी अपनी लोकप्रियता है हर कोई उनसे प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकता है। लोग उनकी सादगी और हंसमुख मिजाज के कायल हैं कहीं भी कोई भी बात जब रखते हैं तो उसमे उनकी दूरदर्शिता स्पष्ट परिलक्षित होती है।
दूसरी पंक्ति के ही जिला भाजपा अध्यक्ष स्वयं दावेदार हैं वे भी पूरी तरह तैयार बैठे हैं की पार्टी उन्हें मौका जरूर देगी उमेश अग्रवाल की अपनी अलग राजनीतिक पहचान और पैठ है। इनके अलावा महिला दावेदारी नेता प्रतिपक्ष पूनम सोलंकी जिला पंचायद सदस्य गोपिका गुप्ता, विलिस गुप्ता अपनी बारी के इंतजार में है और ये यूं ही नहीं इनका अपना अलग दबदबा है क्षेत्र और पार्टी में अपना स्थान रखते हैं और ये सभी भाजपा के दूसरी पंक्ति के नेता है जो अधिकांशतः युवा वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं।
इन सबके बीच में सुनील रामदास अग्रवाल भी आश्वस्त हैं कि इस बार उन्हें टिकट मिलकर रहेगा और पार्टी उन्हें इस बार मौका जरूर देगी। दावेदारी को लेकर वे लगातार सुर्खियों में रहते हैं। इन दिनों वो पौध रोपण महाअभियान को लेकर लगातार सुर्खियों बने हुए है। हरा भरा हो रायगढ़ अपना उनकी एक सबसे बड़ी परिकल्पना में से एक है।
इन सबके इतर हिंदूवादी चेहरा जो लगातार पिछले काफी समय से हिंदू राष्ट्र की मांग करते हुए अभियान।चला रहे हैं। भाजपा के बड़े राजनीतिक रसूख वाले परिवार से भी ताल्लुक रखते है वो हैं शक्ति अग्रवाल। शक्ति अग्रवाल पिछले दिनों भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय संगठन के बड़े नेताओं के आगमन पर जमकर अपनी शक्ति का प्रदर्शन किए और आए दिन किसी न किसी कार्यक्रम के बहाने सुर्खियों में रहते हैं। शक्ति अग्रवाल रायगढ़ से अपनी दावेदारी बड़े जोर शोर से करते चले आ रहे हैं।
इतने दावेदारों के बीच यदि भाजपा शहर से बाहर को प्रत्याशी बनाती है तो विजय अग्रवाल, विकास केडिया, गुरुपाल भल्ला, गौतम अग्रवाल, सुनील रामदास अग्रवाल जैसे नेताओं का क्या होगा क्या वे निष्ठा से पार्टी के लिए आगे काम कर पाएंगे।
ऐसे यदि भाजपा रायगढ़ विधान सभा में प्रत्याशी लैंड कराती है तो रायगढ़ के इन नेताओं को कितना रास आएगा यह आने वाले समय में पता चलेगा यदि लैंड करने वाले प्रत्याशी आएं।
शमशाद अहमद