चक्रधर समारोह के मंच पर सूफी गायक राकेश शर्मा ने दर्शकों का मोह लिया मन …. सुर छंद लय और ताल के संगीत की महफिल में राकेश और निशा के सूफी गजल से हुआ खुशनुमा …
रायगढ़।
रायगढ़ के कला मंच पर संगीत की सुरीली शाम में राकेश और निशा के सूफी गजलों ने समां बांध दिया। शहरवासियों ने राकेश शर्मा को सुनने बड़ी संख्या में पहुंचे थे और उनके हौसला अफजाई करते रहे उनके सूफी संगीत के प्रेम और रस से परिपूर्ण उनकी गजलों की खुशबू से पूरा परिवेश महक गया।
राकेश शर्मा रायगढ़ के प्रमुख सूफी गायकों में शामिल हैं। उनका संगीत यात्रा निरंतर जारी है और हाल ही में चक्रधर समारोह के मंच पर उनके सूफी गायन ने एक नई ऊँचाई छू ली। इस प्रदर्शन के दौरान उनकी पत्नी निशा ने भी पूरा समर्थन प्रदान किया, जिसे दर्शकों ने अत्यंत सराहा। इस सफल प्रस्तुतिकरण ने समारोह की शोभा बढ़ा दी और राकेश शर्मा की गायकी को नया मुकाम प्रदान किया।
रायगढ़ में जन्मे राकेश ने 1996 से अपनी संगीत यात्रा की शुरुआत की। उन्होंने भारत के विभिन्न मंचों पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए सूफी का परचम लहराया। राकेश शर्मा को प्रसिद्धि सब टीवी शो के संगीत प्रतियोगिता से मिली।उन्होंने अब्बड मया करथो गीत में बेस्ट प्लेबैक सिंगर का अवार्ड जीता। उनका सूफियाना गीत के प्रति शोध कार्य अभी भी जारी है। उनकी पत्नी श्रीमती निशा शर्मा रायगढ़ राजघराने के राजाराम गुरु की प्रपौत्री हैं। और अपने पति श्री राकेश शर्मा के साथ सूफी गायन करती हैं। दोनो के मधुर सुरीली आवाज ने महफिल में और चार चांद लगा दिया दर्शक दीर्घा से उन्हें खूब वाहवाही मिलती रही।