
रुपाणा धाम और बांकेबिहारी की जन सुनवाई विरोध और समर्थन के बीच हुई संपन्न …. लोग कह रहे जन सुनवाई प्रायोजित, शासन की नजर में निर्विघ्न संपन्न
रायगढ़ । जिले के दो उद्योगों की जनसुनवाई तमाम उठापटक के बीच संपन्न हो गई । विरोधी विरोध करते रह गए, विरोध समर्थन के आगे बेबस हो गया और पर्यावरणीय लोक सुनवाई संपन्न हो गया। विरोध करने वाले इसी बात से खुश हो रहे हैं की हमने विरोध किया लेकिन उनका यह विरोध कोई काम नहीं आया।
जिले के दूरस्थ क्षेत्र में स्थित रुपाणा धाम और बांके बिहारी उद्योग के क्षमता विस्तार के लिए होने वाली जनसुनवाई पहले एक बार निरस्त हो चुकी थी किंतु पुनः तिथि जारी की गई और विरोध और समर्थन की आवाज के बीच अंततः जन सुनवाई सफल हो गई ।
जन सुनवाई को लेकर विपक्षी दल सामने नहीं आई आम आदमी पार्टी की ओर से भी विरोध दर्ज कराया गया। वही समर्थन में ज्यादा मत पड़े, कहने वाले यह भी कह रहे की जनसुनवाई प्रायोजित रही। ऐसा हर उद्योग की जन सुनवाई में होता आया है और इस उद्योग के लिए जन सुनवाई को प्रायोजित बताया जा रहा है। पर प्रशासन की नजर में जहा समर्थन होता है वहा विरोध भी लाजमी है। आंकड़ों की माने तो समर्थन में ज्यादा और विरोध में कम आवाज उठे इन्हीं आंकड़ों के अनुसार जन सुनवाई निर्विघ्न तौर पर सफल हुई। कहीं कोई विवाद की स्थिति निर्मित नहीं हुई।
हालांकि खराब सड़कें धूल गुबार रोड ऐक्सिडेंट मौत पर आवाज जरूर उठाया गया। खराब सड़क धूल गुबार रोड ऐक्सिडेंट यह जिलेवासियों के लिए नियति बन चुकी है। एक बात यह भी कहा जा रहा है की अगर उद्योग स्थापित हों भी लेकिन अगर व्यवस्थित हों नियमो का पालन हो, सड़कें चौड़ी व चकाचक हों तो ये वास्तव में विकास के मायनों को चरितार्थ करती।