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आज होगा अघरिया समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष का निर्वाचन … .जिला पंचायत महासमुंद के अध्यक्ष उषा पटेल सहित तीन प्रत्याशी आजमा रहे जोर….16000 सदस्य मतदान के माध्यम से करेंगे अध्यक्ष का चुनाव

 

 

 

अखिल भारतीय अघरिया समाज केंद्रीय समिति अध्यक्ष का चुनाव आज अघरिया सदन सहित छत्तीसगढ़ एवं उड़ीसा के अलग अलग स्थानों में बनाये गए 47 केन्द्रों में मतदान के माध्यम से होगा ।

अध्यक्ष पद के लिए इस बार 4 प्रत्याशी मैदान में है जिसमें महासमुंद जिला पंचायत के निवर्तमान अध्यक्ष श्रीमती उषा पटेल, अघरिया समाज के निवर्तमान महासचिव दीनदयाल पटेल, निवर्तमान उपाध्यक्ष गैसमोती पटेल सराईपाली एवं आदर्श ग्राम्य भारती स्कूल के संचालक लक्ष्मीनारायण पटेल (तमनार) मैदान में अपनी भाग्य आजमा रहे हैं ।

आज लगभग सोलह हजार संरक्षक सदस्य अपने मतदान का प्रयोग कर अध्यक्ष का निर्वाचन करेंगे विदित हो कि अघरिया समाज की संख्या छत्तीसगढ राज्य में अन्य राज्यों की अपेक्षा अधिक है वही उड़ीसा के छत्तीसगढ़ सीमावर्ती आंचल में भी कुछ अघरिया लोग निवासरत हैं वर्तमान में बेंगलुरु एवं दूरस्थ अंचलों में भी अघरिया जाति के लोगों का निवास बढ़ा है ।

निर्वाचन में अध्यक्ष बनने के लिए प्रतिष्ठित प्रत्याशी एड़ी – चोटी एक कर संरक्षक सदस्यों के घर-घर दस्तक लगा रहे हैं वहीं कई क्षेत्रों में दल बनाकर समर्थक समूह में मतदान की अपील करने के लिए जनसंपर्क में जुटे हुए हैं । ज्ञात हो कि पिछले दिनों अखिल भारतीय अघरिया समाज का महासम्मेलन सराईपाली सिंघोड़ा रुद्रेश्वरी मंदिर परिसर में संपन्न हुआ था जहां अघरिया समाज के वर्तमान कार्यकारिणी द्वारा पैता धाम में मंदिर निर्माण के नाम पर वसूली गई चंदे की मोटी रकम तथा उसके व्यय करने मे पारदर्शिता नहीं होने की बात जोरदार ढंग से उठी थी एवं आर्थिक अनियमितता को दूर किए जाने को लेकर समाज में उथल-पुथल हुआ था वहीं पिछले दस वर्षों से पदाधिकारी एवं वर्तमान कार्यकारिणी में महासचिव रहे दीनदयाल पटेल एवं उपाध्यक्ष गैसमोती की खामोशी पर भी संरक्षक सदस्यों एवं अघरिया समाज के प्रबुद्ध लोगों में मौन सहमति का आक्षेप लगाया गया इस परिस्थिति में अखिल भारतीय अघरिया समाज के अध्यक्ष प्रत्याशी श्रीमती उषा पटेल जो कि महासमुंद जिला पंचायत के अध्यक्ष भी हैं और पूर्व में समाज के विभिन्न पदों पर रह चुकी हैं मतदाताओं का झुकाव ज्यादा देखा जा रहा है वही आदर्श ग्राम्य भारती शिक्षण संस्थान के संचालक एवं शिक्षा व पर्यावरण क्षेत्र से जुड़े लक्ष्मी नारायण पटेल भी अपने जीत के प्रति पूर्णतः आश्वस्थ है वैसे तो इस चुनाव में प्रत्येक प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत को लेकर रणनीति बनाते हुए कार्यकर्ताओं के साथ जनसंपर्क में जुटे हुए हैं परंतु मतदाता किसे अपने अध्यक्ष के रूप में स्वीकार करते हैं।

यह आगामी 13 जनवरी को समस्त 47 मतदान केंद्रों के मतों को एकत्रित कर योग करने के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा । फिलहाल अखिल भारतीय अघरिया समाज के निर्वाचन को लेकर समाज के आम व खास सभी लोगों में भारी दिलचस्पी का वातावरण देखा जा रहा है और सभी अपने-अपने तरीके से मतदाताओं को लुभाते हुए समाज के अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभाने अग्रसर हो रहे हैं ।

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