वकील का धरना रंग लाया…महामाया मंदिर पहुंच मार्ग सड़क बनना आरम्भ…प्रशासन ने भी निभाया वादा…
अनूप बड़ेरिया
रतनपुर (खड़गवाँ ) स्थित कोरिया ज़िले सहित सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ प्रदेश में सिद्ध शक्तिपीठ के रूप में सुविख्यात धार्मिक आस्था के केन्द्र माँ महामाया मन्दिर तक के अत्यन्त जर्ज़र पहुँच-मार्ग का विचाराधीन डामरीकृत सड़क के नवनिर्माण का कार्य अन्ततः ज़िला प्रशासन द्वारा धरना-अनशन पर बैठे आंदोलनकारी वरिष्ठ अधिवक्ता विजय प्रकाश पटेल को दिए लिखित आश्वासन के मुताबिक प्रारम्भ कर दिया गया है ।
जिसके लिए श्री पटेल ने ज़िला व स्थानीय प्रशासन के कलेक्टर,विधायक, एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, थाना प्रभारी एवं श्री मुकेश जायसवाल, अशोक श्रीवास्तव, बब्बी शर्मा, दीपू शर्मा, श्री गांगुली इत्यादि विभिन्न राजनैतिक दलों सहित स्थानीय जागरूक नागरिक,ग्रामीण जन, इलेक्ट्रॉनिक व प्रिन्ट मीडिया के समस्त पत्रकार साथियों के अथक-स्मरणीय व ईमानदार सहयोग के लिये कृतज्ञतापूर्ण आभार व्यक्त किया है ।
उन्होंने विशेष रूप से ज़िला व स्थानीय प्रशासन के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया है,जिन्होंने उनके अनिश्चितकालीन धरना-अनशन को समाप्त करने के लिये जो वादा किया-कहा और लिखित आश्वासन दिया, उसे पूरा कर दिखाया । अब माता के दरबार पहुँचने वाले नङ्गे पैरों वाले भक्तों को ना तो गिट्टियाँ चुभेंगी, ना ही श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा और ना ही किसी की गाड़ियाँ पंक्चर होंगी . उल्लेखनीय है कि इसी माह 8 अक्टूबर विजयादशमी के दिन जब श्री पटेल उपरोक्त मन्दिर दर्शनार्थ पहुँचे और उक्त माता के द्वार से मन्दिर तक जर्ज़र मार्ग की दुर्दशा देखी,तो आत्मग्लानिवश प्रवेश द्वार पर ही धरने पर बैठ गए, उन्हें ताज्जुब हुआ कि ₹ 522 करोड़ से भी अधिक की लागत से जिस सड़क को अब तक बन जाना था, उसका निर्माण कर्ता ठेकेदार ने लम्बी रकम एडवांस में लेकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली है, इतना ही नहीं सांसद की ओर से भी अनेक बोर्ड लाखों रुपए खर्च कर लगवा दिये गए हैं, जिनमें लिखा है कि..” मुस्कुराइए आप सांसद के आदर्श ग्राम में हैं..” यह सर्वज्ञात है कि मुद्दे की गम्भीरता को देखते हुए पूरे दिन जारी आन्दोलन से सहमत होते हुए स्थानीय विधायक, ज़िला व प्रशासन के ज़िम्मेदार वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा आन्दोलन समाप्त करने हेतु आवश्यक प्रयास एवं अनुरोध किया जाता रहा किन्तु लिखित आश्वासन-पत्र मिलने पर ही श्री पटेल ने अपना धरना-अनशन समाप्त घोषित किया, इस दौरान वे हो रही भारी बारिश के बावज़ूद भी भीगते बैठे रहे । श्री पटेल ने डामरीकृत सड़क के नवनिर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिए जाने पर क्षेत्रवासियों की ओर से प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा है कि आन्दोलन समाप्त करने हेतु 15 अक्टूबर के तत्काल बाद से सड़क निर्माण कार्य प्रारम्भ कर देने का वचन पूरा करते हुए प्रशासन ने अपनी कथनी और करनी को जो प्रमाणित कर दिखाया है, उसके लिए क्षेत्रवासी सदैव आभारी रहेंगे ।