
आम जनता की मंशानुरूप जिला प्रशासन ने बढ़ाया हाथ ….. भ्रष्टाचारियों के लिए बना पनाहगान …..उल्टा दिखा रहे अपनी पहुंच का धौंस ….कार्रवाई की उम्मीद में क्षेत्रवासी ….संवेदनशील रायगढ़ कलेक्टर की सराहनीय पहल …पर छवि हो रही धूमिल ….पढ़े पूरी खबर
रायगढ — तालाब संरक्षण के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए जिले के संवेदनशील कलेक्टर तारण प्रकाश सिंह के द्वारा जिले के विभिन्न क्षेत्रों में इसके लिए भरी भरकम राशि स्वीकृत किया गया था। यह योजना भी भ्रष्टाचारियों के लिए कमाई का जरिया बन गया। ऐसा ही एक मामला खुल कर बाहर आ गया है। इसी तरह का एक मामला सामने आने के बाद जब मीडिया ने इसे लेकर प्रकाश में लाया है। देखना है की इस मामले में जिला प्रशासन किस तरह की कार्रवाई करती है। खास बात ये है कि अक्सर आम जनता कहती है की प्रशासन तालाबों का संरक्षण संवर्धन नहीं करती है और जब प्रशासन इसे आगे बढ़ाने का काम करती है तो भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती है। और मीडिया अगर बार बार ध्यान आकृष्ट कराए तब मीडिया को ही संदेह के घेरे में लिया जाने लगता है।
पढ़े पूरी खबर यहां तलाब संरक्षण को लेकर उठाया आवाज ….
रायगढ़ जिले के तमनार तहसील अंतर्गत स्थित ग्राम पंचायत सराईपाली का है। जहां ठेकेदार रोहीतास नेहरा ने नवदुर्गा कम्पनी के लाखों रूपये पानी मे बहा दिए और रायगढ़ कलेक्टर के आदेश की धज्जिया उड़ा दी। बरसात के पहले जिला कलेक्टर रायगढ़ तारण प्रकाश सिन्हा ने जिले मे 180 तालाब के संवर्धन का काम विभिन्न कम्पनीयों को दिया था जिसमें ग्राम पंचायत सराईपाली के तालाब का काम नवदुर्गा कम्पनी सराईपाली को मिला था, नवदुर्गा कम्पनी ने ठेकेदार रोहीदास नेहरा को तालाब का काम दिया और नेहरा ने पूरे काम का बंठाधार कर दिया है ठेकेदार नेहरा की लापरवाही के कारण आज आम जनता को काफी परेशानीयो का सामना करना पड़ रहा है बता दें की ग्रामीण उक्त ठेकेदार के काम से अशंतुष्ट हैं और काफी आक्रोशित हैं जिससे कभी भी जनांदोलन होने सम्भवना बनी हुई है जब हमारे रिपोर्टर द्वारा ठेकेदार का पक्ष जानना चाहे तो ठेकेदार नेहरा ने धौस दिखते हुए बाइट देने से मना कर दिया व एस पी व कलेक्टर साहब तक पहुँच का धौस दिखाने लगा।
*क्या कहते है ग्रामीण*
जब इस सम्बंध में ग्रामीणों से सच्चाई जानना चाहे तो मामला खुलकर सामने आया लोगो ने बताया कि तालाब का काम नवदुर्गा कम्पनी से रोहतास नेहरा नामक ठेकेदार द्वारा करवाया गया है जिसमे खुलकर भ्रष्टाचार हुआ है महज 10 से 15 दिन के बीच ही काम कराया गया है जिसमें मशीन द्वारा 8 से 9 दिन ही कराया गया है और भारी-भरकम बिल लगाया जा रहा है।
*क्या कहते हैं सरपंच प्रतिनिधि*
वही जब हमने गांव के सरपंच प्रतिनिधि से जानना चाहा कि मामला क्या है तो उन्होंने बताया कि नवदुर्गा कंपनी द्वारा तालाब का काम करवाया जा रहा था जिसे पूरी तरह से लापरवाही पूर्वक किया गया है सही समय में सही काम किया गया होता तो आज तालाब का काम पूर्ण हो गया होता परंतु ठेकेदार की लापरवाही कारण आज हम परेशानियों का सामना कर रहे हैं मैं ही नहीं पूरा गांव इस काम से असंतुष्ट है।
*क्या कहता है कंपनी प्रबंधन*
जब हमने कंपनी प्रबंधन से जानना चाहा कि इस कार्य में क्या किया गया है तो कंपनी के जिम्मेदार अधिकारी पांडे जी ने बताया कि तालाब साफ-सफाई के लिए हमको काम मिला था परंतु गांव वालों ने 14 एकड़ का तालाब बनाने के लिए हमें दे दिया जिसे समय अभाव के कारण कार्य पूर्ण नहीं कर पाए।
ठेकेदार ने सिखाया धौंस
जब मीडिया ने ठेकेदार के पास पहुंचकर सच्चाई जानने का प्रयास किया तो रोहतास नेहरा ठेकेदार ने हमें जानकरी बताने से साफ इनकार कर दिया और ऊपर तक पहुंच का धौस दिखाते हुए जानकारी नही दूंगा बोल कर निकल गया।