गुरुनानक जयंती पर हुआ काव्य संध्या का आयोजन… अलग-अलग विधाओं के फनकारो ने बांधा समा…
मनेन्द्रगढ़ से ध्रुव द्विवेदी
गुरुनानक जयंती के परम के शुभ अवसर पर काव्य संध्या का आयोजन उ मा वि झगराखांड के प्रांगण में साहित्यिक मित्र मण्डल , मनेंद्रगढ़ के द्वारा किया गया।
देश के विभिन्न राज्य छत्तीसगढ़,मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, बिहार एवं बंगाल की माटी से जुड़े मां सरस्वती के वरद पुत्र ,लब्ध प्रतिष्ठित वरिष्ठ साहित्यकार गंगा प्रसाद मिश्र, जगदीश पाठक,आचार्य बालकृष्ण गौतम, राजेन्द्र प्रसाद गुप्त( दादू भाई), डॉ राधेश्याम शर्मा, त्रिलोक नाथ दूबे, हरिवंश सिंह, सुजीत चौधरी, नारायण प्रसाद तिवारी,रमेश सिंह राणा, पुष्कर तिवारी, परमेश्वर सिंह मरकाम, राम सुरेश सिंह,चंद्रिका प्रसाद वर्मा आदि कलमकारों के द्वारा सामाजिक, सांस्कृतिक ,राजनैतिक , आध्यात्मिक एवम् पर्यावरणीय पहलुओं पर काव्य धारा को प्रवाहित किया गया।
सर्वप्रथम साहित्यकारों द्वारा मां सरस्वती एवं गुरुनानक देव की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं धूप दीप किया गया। डॉ राधेश्याम शर्मा के द्वारा मां सरस्वती एवम् गुरुनानक वंदना प्रस्तुत की गई।
सुप्रसिद्ध कार्टूनिस्ट एवं व्यंगकार जगदीश पाठक,सुजीत चौधरी, नारायण प्रसाद तिवारी के द्वारा सामाजिक एवम् राजनैतिक अनीतिओं पर करारा प्रहार किया गया। वरिष्ठतम साहित्यकार गंगा प्रसाद मिश्र, आचार्य बालकृष्ण गौतम , डॉ राधेश्याम शर्मा, त्रिलोक नाथ दूबे के द्वारा छंद सह विविध विधाओं में सरस एवम् ओज पूर्ण काव्य धारा प्रवाहित की गई।
दादू भाई की अत्यन्त सरस अमृतवाणी ने सबको सम्मोहित कर दिया।
रमेश सिंह राणा के सामयिक संचेतना एवं सावनिक गीत ने सबको सराबोर कर दिया।
आचार्य बालकृष्ण गौतम की नव प्रकाशित एवम् विमोचित कृति “भाव शतक” पर परिचर्चा संपन्न हुई। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा अधिगृहीत श्री परमेश्वर सिंह मरकाम एवम् पुष्कर तिवारी की समसामयिक रचनाएं अत्यन्त सराहनीय रहीं। हरिवंश सिंह एवम् राम सुरेश सिंह के द्वारा प्रस्तुत भजन से सभी लोग परम आनंद को प्राप्त हुए।
काव्य मंच का संचालन डॉ राधेश्याम शर्मा के द्वारा किया गया।