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सारंगढ़ – बिलाईगढ़ जिले के भाजपा नेता और एक सरकारी अधिकारी पर लगे संगीन आरोप की गूंज ….. घटनाक्रम से कहीं खुशी तो कहीं गम …… और मामला हुवा हाई प्रोफाइल….अब मामला पहुंचा राजधानी रायपुर ….

सारंगढ़ में भाजपा नेता और जनपद सीईओ सहित चार अन्य पर एक महिला द्वारा सामूहिक गैंग रैप का गंभीर आरोप  लगा है। महिला द्वारा कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन करने के बाद मामला हाई प्रोफाइल हो चुका है। सारंगढ़ बिलाईगढ़ से निकलकर इसकी गूंज अब राजधानी रायपुर तक पहुंच चुकी है। वहीं जिले में इस घटनाक्रम को लेकर कहीं खुशी तो कहीं गम का माहौल है।

पूरा मामला कुछ प्रकार है ….

सारंगढ़-बिलाईगढ़ भाजपा के जिला अध्यक्ष सुभाष जालान सहित 4 लोगो के खिलाफ गैंगरेप का आरोप लगाते हुए पिड़ित महिला ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत ज्ञापन सौपा है किन्तु आज 4 दिन होने के बाद भी कार्यवाही नही होने से क्षुब्ध होकर पिडिता के साथ आये दर्जनो ग्रामीणो ने कलेक्टोरेट में धरना दिया। पिड़िता ने जिनके खिलाफ शिकायत दिया है उसमे भाजपा जिलाध्यक्ष सुभाष जालान, जनपद पंचायत बिलाईगढ़ के सीईओ प्रतीक प्रधान, सहकारिता सीईओ माखन सिंह कंवर और समिति प्रबंधक मोतीलाल प्रधान है। पुलिस नें मामले में जांच शुरू कर दिया है। आरोपियो पर कार्यवाही नही होने पर पिड़िता ने कलेक्टोरट में आत्मदाह की चेतावनी भी दिया है।


इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सारंगढ़ के कलेक्टोरेट मे आज लगभग 2 बजे उस समय हड़कंप मच गया जब सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला के सरसीवां निवासी एक महिला अपने ऊपर 4 प्रभावशाली लोगो के द्वारा गैंगरैप का आरोप लगाया। और 4 दिन बाद भी दिया गया शिकायत पर कार्यवाही नही करने पर आज कलेक्टोरेट पहुंचकर धरना दिया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी किया। शाम को पिड़िता और ग्रामवासी पुलिस अधीक्षक कार्यालय जाकर तत्काल कार्यवाही की मांग करते हुए वहा पर भी नारेबाजी किया। इससे सारंगढ़ में राजनितिक माहौल गर्म हो गया है। तथा एक दूसरे से जानकारी लेने मे लोग लगे रहे। इस संबंध में पिड़ित महिला के द्वारा एसपी सारंगढ़-बिलाईगढ़ को दिये शिकायत पत्र में उल्लेख किया है कि उनके पति सेवा सहकारी समिति सरसीवां में कार्यरत थे उनको नौकरी से कुछ लोगो ने बर्खास्त करने की धमकी दिया था जिसके कारण से वह 19 अप्रैल 2024 को सरसीवां के सोसायटी गई थी तथा अपने पति को नौकरी पर यथावत रखने के लिये हाथ-पॉव जोड़कर निवेदन किया। पिडित महिला ने बताया कि वहा पर उपस्थित सेवा सहकारी समिति के प्रबंधक मोतीलाल प्रधान, जनपद पंचायत बिलाईगढ़ का सीईओ प्रतीक प्रधान, माखनलाल कंवर तथा सरसीवां के भाजपा के बड़ा नेता ने धमकी दिया कि उनके साथ शाररिक संबंध बनाओ अन्यथा उसके पति को नौकरी में नही रखा जायेगा और पिड़िता के सामने ही कार्यवाही राजिस्टर में सफेदा लगाकर उसको धमकी-चमकी दिया गया। सेवा सहकारी समिति के रूम में इन सभी ने शाररिक संबंध बनाने के लिये मजबूर किया जहा पर मना करने पर भी बारी-बारी से सभी ने उसके साथ जबरन शाररिक संबंध बनाया। पिड़िता ने बताया कि इसके कारण से उसको इन्फेंक्शन हो गया और बच्चादानी का आपरेशन करना पड़ा। पिड़िता ने बताया कि उसको धमकी भी दिया गया कि किसी को कुछ बताओगी तो जान से हाथ धो बैठोगी। पिड़िता ने बताया कि 30 अप्रैल 2024 को दोपहर 2 बजे फिर उसको सरसीवां के सोसायटी मे बुलाया गया और फिर से उनके साथ जबरन शाररिक संबंध बनाया गया। पिड़िता का कहना है कि इस मामले में उसको घर आकर एक बड़े नेता ने धमकी दिया और विडियो बनाकर रखने की बात कहते हुए जान से मारने की धमकी दिया। जिससे वह डरी हुई है।

किसके-किसके खिलाफ है सामूहिक दुष्कर्म की शिकायत?


इस संबंध में आज मिडिया से चर्चा करते हुए पिड़िता ने खुलकर अपने साथ हुई अपबीती बताई जिसमें उन्होने भाजपा के जिला अध्यक्ष सुभाष जालान का नाम सबसे पहले लिया। पिड़िता ने बताया कि भाजपा जिलाध्यक्ष सुभाष जालान के अलावा जनपद पंचायत बिलाईगढ़ के सीईओ प्रतीक प्रधान, सेवा सहकारी समिति सरसीवां का प्रबंधक मोतीलाल प्रधान, सहाकारिता विभाग के माखनलाल कंवर ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया है। पिड़िता का कहना है कि आरोपियो में सत्ताधारी दल भाजपा के एक बड़े नेता सुभाष जालान का नाम होने के कारण से पुलिस उसकी शिकायत पर कार्यवाही तक नही कर रही है। उसने बताया कि 19 अक्टूबर को उसने पुलिस अधीक्षक सारंगढ़ में सामूहिक दुष्कर्म की शिकायत प्रस्तुत किया है किन्तु आज 4 दिन बीतने के बाद भी किसी भी प्रकार से कोई कार्यवाही नही किया गया है।

भाजपा नेताओ का जमावड़ा 19 अक्टूबर को एसपी आफिस में?

इस संबंध में सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा जिलाध्यक्ष सुभाष जालान को 19 अक्टूबर को ही उसके खिलाफ दुष्कर्म की शिकायत करने की जानकारी मिल गया था इस कारण से जिलाध्यक्ष सुभाष जालान ने शाम लगभग 6 बजे पटेल भवन मे भाजपा के बड़े नेताओ की बैठक आयेाजित किया था तत्पश्चात पुलिस अधीक्षक के पास जाकर मामले में अपना पक्ष रखते हुए पूरे मामले मे कई बिन्दु पर जांच की मांग किया था। बताया जा रहा है कि जिलाध्यक्ष सुभाष जालान के साथ पूर्व विधायक केराबाई मनहर, पूर्व विधायक शमशेंर सिंह, जिला महामंत्री अजय गोपाल, भाजपा प्रवक्ता अरविंद हरिप्रिया, कोषाध्यक्ष अमित अग्रवाल सहित कई भाजपा नेता भी शामिल थे। इस दौरान भाजपा के कई कार्यकर्ता भी इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक के पास मुलाकात किये थे। जिसके बाद से पूरे मामले को लेकर सुगबुगाहट सामने आई थी।

कलेक्टोरट और एसपी कार्यालय में धरने पर बैठकर किया नारेबाजी,


इस मामलें में 19 अक्टूर को पिडिता के द्वारा शिकायत आवेदन एसपी आफिस मे दिया गया किन्तु आज पर्यन्त तक कार्यवाही नही होने तथा भाजपा के बड़े नेता के ईशारे पर मामला को रफा-दफा करने का आरोप लगाते हुए आक्रोशित पिडित महिला और उसके साथ आये लगभग दो दर्जन से अधिक लोगो ने दोपहर 2 बजे कलेक्टोरेट मे कार्यालय के सामने बैठकर जमकर नारेबाजी किया तथा पिड़िता को न्याय देने की मांग किया। बताया जा रहा है कि पुलिस अधीक्षक कार्यालय में भी पिड़िता और उसके साथी पहुंचे थे तथा आरोपियो के खिलाफ कार्यवाही की मांग किया था।
मुश्किल में फंसते दिख रहे है जिलाध्यक्ष सुभाष?
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के पहले भाजपा जिलाध्यक्ष के रूप मे 17 अक्टूबर को ही अपने कार्यकाल का दो वर्ष पूर्ण करने वाले भाजपा नेता तथा भाजपा जिलाध्यक्ष सुभाष जालान सामूहिक दुष्कर्म के आरोपो मे घिरते दिख रहे है। सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के दोनो विधानसभा सीटो पर भाजपा की करारी हार और लोकसभा चुनाव मे बिलाईगढ़ अंचल मे मिली करारी शिकस्त के बाद से ही उनपर पद से हटाये जाने की तलवार लटक रही थी। कि अब गैंगरेप जैसे सनसनीखेज शिकायत का मामला सामने आ गया। दो माह बाद ही नगरीय निकाय और पंचायत का महत्वपूर्ण चुनाव होना है और ऐसे मे गैंगरेप के आरोप से भाजपा चुनावी मैदान मे कांग्रेस का मुकाबला भी नही कर पायेगी। ऐसे में पिड़िता का दमदारी के साथ सामूहिक दुष्कर्म का आरोप पुलिस कप्तान के सामने रखने से सुभाष जालान मश्किल मे फंसते हुए दिख रहे है।

शिकायत पर मामले में जांच जारी–

इस संबंध मे सूत्र बताते है कि पूरे मामले में लिखित शिकायत मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक कार्यालय सारंगढ़ के द्वारा इस मामले की जांच के लिये इस शिकायत पत्र को सरसींवा थाना भेजा गया है तथा वहा पर मामला जांच में लंबित है। ऐसे में कलेक्टोरेट मे ग्रामीणो के सामने पिडिता के साथियो के साथ धरना प्रदर्शन करना और नारेबाजी कर आरोपियो के खिलाफ कार्यवाही की मांग करने राजनितिक रूप से पूरा मामला प्रदेश में गर्म हो गया है। पुलिस ने भले ही मामले की जांच का हवाला दिया हो किन्तु विपक्षी दल कांग्रेस इस मामले को नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में ले जा सकती है। जिससे सत्ताधारी दल भाजपा बैकफुट में आ सकता है।

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