♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

योग से मानसिक तनाव को नियंत्रित व समाप्त.रोग का मूल कारण तनाव, योग साधन है तनाव दूर करने का- संजय गिरि..

समस्त रोगों का प्रमुख कारण तनाव या तनावजन्य परिस्थियां है। आधुनिक चिकित्सा विज्ञान इस निष्कर्ष पर पहुंचा है कि रोगों का प्रमुख कारण तनाव है परन्तु तनाव दूर करने का कोई ठोस साधन आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के पास नही है। किन्तु योग साधन है तनाव दूर करने का। उक्त बातें पतंजलि योग समिति के जिला प्रभारी व योगाचार्य संजय गिरि ने एसईसीएल तानसेन भवन चिरमिरी क्षेत्र में अधिकारियों व कर्मचारियों के दो दिवसीय मानसिक तनाव प्रबंधन योग शिविर में कही।


योग शिक्षक गिरि ने बताया कि तनाव का मस्तिष्क पर सीधा असर पड़ता है, क्योंकि मस्तिष्क में ही भावनाओ,विचारों,उत्तेजनाओं और सपनों का सृजन होता है। मस्तिष्क को जब लगातार तथा क्षमता से अधिक कार्य करना पड़ता है तो मानसिक तनाव उत्पन्न होता है। योग, प्राणायाम व ध्यान करने से शरीर मे तनाव कम होता है, स्ट्रेस हार्मोन्स कम होते है और लाभकारी हार्मोन्स एनासीफैलिस एंडोरफिन की वृद्धि होती है जिससे व्यक्ति स्वस्थ जीवन जीते हुए हमेशा आनंद का अनुभव करता है।


इस अवसर पर गिरि नें सायं 6 से 8 बजे तक ओम व मंत्रों के उच्चारण से शुरू कर प्राण की महिमा बताते हुए योगिक- जॉगिंग, सूर्य- नमस्कार सहित खड़े होकर, पेट व पीठ के बल लेटकर बारह प्रमुख आसन जिसमे प्रमुख रूप से डायबिटीज बीपी थायरायड गैस्ट्रिक प्रॉब्लम,फैटी लिवर,मोटापा व कमर दर्द संबंधी रोगों के निराकरण हेतु आसन बताए। इसके साथ ही मानसिक तनाव, हृदय संबंधी विकारों व अन्य कई असाध्य रोगों पर नियंत्रण व निराकरण हेतु सांसों की नियंत्रित क्रिया भ्रस्त्रिका, कपालभांति, बाह्य प्राणायाम,उज्जायी,अनुलोम- विलोम, भ्रामरी, उदगीथ व प्रणव प्राणायाम( ध्यान ) के अभ्यास कराए व उनसे होने वाले लाभ को विस्तार से बताया।
इस दौरान शिविर में मुख्य रूप से उपस्थित चिरमिरी के महाप्रबंधक बबन सिंह नें उपस्थित अधिकारियों को योग की महत्ता बताते हुए कहा कि जीवन के साथ ही कार्य क्षेत्र में मानसिक तनाव को नियंत्रित व समाप्त करके कुशल प्रबंधन के मार्ग प्रशस्त हो सके , इसी उद्देश्य को लेकर एसईसीएल चिरमिरी क्षेत्र के द्वारा पतंजलि योगपीठ के योगाचार्य संजय गिरि के माध्यम से यह शिविर अपने अधिकारियों व कर्मचारियों के तनाव मुक्ति हेतु आयोजित कर रही है। जीवन मूल्यों के हास के वर्तमान समय में योग की अत्यंत आवश्यकता है। श्री सिंह ने बड़ी विद्वतापूर्ण अपने संबोधन में अधिकारियों को अपने नित्य जीवन में योग को उतारने की बात करते हुए योग शिक्षक गिरि की योग के प्रति निष्ठा की अत्यंत प्रसंशा करते हुए शाल श्रीफल व मोमेंटो भेंटकर सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय के समस्त अधिकारियों सहित क्षेत्र के सभी यूनिट के अधिकारी व उनके परिवार उपस्थित रहे।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

Please Share This News By Pressing Whatsapp Button



स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

जवाब जरूर दे 

[poll]

Related Articles

Back to top button
Don`t copy text!
Close