सिंगल विंडो सिस्टम पर प्रवेश परीक्षा लागू होने के बावजूद अलग काउसलिंग के औचित्य पर उठने लगा सवाल? कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ अध्यक्ष ने सौंपा स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन
रायपुर। चिकित्सा प्रकोष्ठ ,छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष डा राकेश गुप्ता ने छत्तीसगढ़ राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि एक ही रजिस्ट्रेशन से चिकित्सा दंत चिकित्सा और फिजियोथेरेपी पाठ्यक्रम में प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण करे ताकि समय और पैसे की बचत हो सके।
उन्होंने कहा कि पूरे भारत में नीट परीक्षा का निर्धारण किया गया है ताकि सभी पालक एमबीबीएस, बीडीएस, फिजियोथैरेपी परीक्षा दिला कर प्राविण्य सूची के अनुसार अपने बच्चों को प्रवेश दिलवा सके। महाराष्ट्र सहित अन्य प्रदेशों में नर्सिंग, फिजियोथेरेपी, चिकित्सा और दंत चिकित्सा शिक्षा कोर्स में एक बार रजिस्ट्रेशन सहित फीस पटाकर सूची के अनुसार भर्ती की जाती है, इससे विद्यार्थियों पर अतिरिक्त व्यय भार नहीं पड़ता है और समय की बचत होती है।
छत्तीसगढ़ राज्य में नीट के माध्यम से चिकित्सा एवं दंत चिकित्सा तथा फिजियोथैरेपी में प्रवेश अंकों और प्राविण्य सूची के आधार पर दिया जाता है। इस नियम का प्रकाशन छत्तीसगढ़ राजपत्र में 25 मई 2018 को किया गया है। इसी राजपत्र के आधार पर प्रवेश परीक्षा होनी है किंतु फिजियोथेरेपी पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु अलग से रजिस्ट्रेशन कराना पड़ रहा है, जिससे पालको पर अनावश्यक बोझ आएगा और समय की बर्बादी होगी। जबकि छत्तीसगढ़ शासन के राजपत्र में एक ही परीक्षा आयोजित करने कहा गया है और सिंगल विंडो सिस्टम पर प्रवेश परीक्षा में लागू है तो अलग काउंसलिंग का औचित्य और फ ीस नियमानुसार सही नहीं है। वर्तमान में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ हुई है। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव से अनुरोध किया है कि चिकित्सा शिक्षा विभाग को निर्देशित करें कि एक ही रजिस्ट्रेशन से चिकित्सा दंत चिकित्सा और फिजियोथेरेपी पाठ्यक्रम में प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण करें ताकि समय और पैसे की बचत हो सके।