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रायपुर में बैठे-बैठे बोर हो रहे थे आबकारी मंत्री… तो चले आए यहां घूमने…नहीं रखा लॉक डाउन का ख्याल… पढि़ए क्या कहा…

 कोरोना संक्रमण से बचने के लिए एक ओर जहां पूरा प्रदेश घरों के अंदर है। वहीं छग प्रदेश सरकार के आबकारी मंत्री घूमने के लिए रायगढ़ पहुंच गए। मंत्री रायपुर में बैठे-बैठे बोर हो रहे थे। इसकी वजह से वे घूमने के लिए यहां पहुंच गए। यह बात स्वयं आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने स्वीकारी है। इस बात को लेकर विपक्ष चटकारे ले रहा है। विपक्ष यह कह रहा जैसा विभाग वैसा ही मंत्री।
कोरोना संक्रमण को लेकर लॉक डाउन है। इसमें आम लोगों को जरुरत के सामान लेने के लिए ही छूट दी जा रही है। इसके बाद भी रायपुर से सफर तय करते हुए आबकारी मंत्री कवासी लखमा रायगढ़ पहुंच गए। शुक्रवार की रात करीब 9 बजे उनके आने की खबर लगते ही हलचल बढ़ गए।
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बताया जा रहा है कि मंत्री के आने की जानकारी लगते ही जिला प्रशासन के अधिकारी भी सक्रिय हो गए और ढिमरापुर मार्ग के बंद अंश होटल को खुलवा दिया गया। जहां मंत्री कवासी लखमा रूके। वहीं सुबह-सुबह वे पूर्व मंत्री डॉ. शक्राजीत नायक से मुलाकात करने उनके निवास बरमकेला पहुंचे। इस बीच आबकारी मंत्री ने बातचीत के दौरान कहा कि वह रायपुर में बैठे-बैठे बोर हो रहे थे। इसकी वजह से वे रायगढ़ आए हैं और यहां हठयोगी बाबा सत्यनारायण का दर्शन करेंगे। वहीं जब मीडिया की ओर से यह सवाल किया गया कि लॉक डाउन होने से भी मंदिर व धार्मिक स्थल बंद हैं तो उन्होंने अकेले आने का हवाला दिया। उनका कहना था कि वे बाबा जी का दर्शन करने के लिए अकेले आए हैं। इससे कुछ नहीं होता। वे भीड़ नहीं बढ़ा रहे हैं। वहीं उनका कहना था कि वे इसकी जानकारी न तो प्रशासन को दिए हैं और ना ही कांग्रेस के विधायक व कांग्रेस के पदाधिकारियों को दिए हैं।
बातचीत के दौरान आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि लॉक डाउन के शुरू होते ही उनके पास लगातार फोन आ रहे हैं और यह फोन दुकान खोलने के लिए ज्यादा आ रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि दुकान खोली जाए हम बीमार पड़ रहे हैं, लेकिन सरकार की प्राथमिकता पहले लोगों की जान कोरोना संक्रमण से बचाना है। उसके बाद ही शराब दुकान खोलने के विषय पर कोई निर्णय लिया जाएगा।
मंत्री को बर्खास्त करने की मांग
रायगढ़ सांसद गोमती साय ने इसकी निंदा करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से ऐसे मंत्रियों को तत्काल बर्खास्त करने और अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। सांसद गोमती साय ने कहा है कि लाक डाउन के दौरान हर खास ओ आम के लिए एक ही कानून है जिसके तहत जो व्यक्ति जहां है उसे लाक डाउन खत्म होने तक वहीं रहना है, लेकिन प्रदेश के आबकारी मंत्री कवासी लखमा इस लाक डाउन की धज्जियां उड़ा रहे हैं। केबिनेट मंत्री जैसे जिम्मेदार पद पर होते हुए भी न सिर्फ उन्होंने लाक डाउन तोड़ा है बल्कि कोरोना के संक्रमण को बढ़ावा भी दे रहे हैं।
आवभगत में लगे रहे अधिकारी
मंत्री के आगमन की जानकारी लगते ही जिले के उच्च अधिकारी उनकी आव भगत में लग गए। उनके ही निर्देश पर बंद होटल को खुलवाया गया और मंत्री के रूकने की व्यवस्था की गई। वहीं जब इस बात की जानकारी मीडिया को लगी तो मीडिया भी तत्काल अंश होटल पहुंच गए। ऐसे में अधिकारी चुपके से होटल से गायब होने लगे।आभार-पत्रिका

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