
अवैध क्लीनिक का आरोप लगाकर डा. को जेल भेजने की धमकी देकर तीन लाख रूपये की अवैध वसूली? ..3 लाख के वसूली का आरोप …….सीसीटीव्ही फुटेज तक डिलीट कराया तहसीलदार नें, मामला पहुंच गया है उच्च स्तर पर, …..अजब अधिकारियों की गजब कहानी …..पढ़े पूरी खबर
संचालक डा.के.पी.वारे का सनसनीखेज खुलासा,
तहसीलदार सुनील अग्रवाल, एसआई के.के.पटेल और बीएमओ डा.आर.एल.सिदार पर अवैध उगाही का आरोप?
मामला 7 मई की छापामारी का,
सीसीटीव्ही फुटेज तक डिलीट कराया तहसीलदार नें,
मामला पहुंच गया है उच्च स्तर पर,
सारंगढ़,।
सारंगढ़ विकासखंड़ के ग्राम हिर्री मे संचालित वारे क्लिनिक पर अवैध रूप से नर्सिग होम संचालित करने का आरोप लगाकर जेल भेजने की धमकी देकर तीन लाख रूपये की अवैध उगाही करने का मामला सामने आया है। इस क्लिनिक के संचालक डां.के.पी.वारे ने तहसीलदार सुनील अग्रवाल, थाना सारंगढ़ के एसआई के.के.पटेल और बीएमओ डा.आर.एल.सिदार पर जेल भेजने की धमकी देकर तीन लाख रूपये लेने का आरोप लगाया है। इस सनसनीखेज मामले मे आने वाले दो-तीन दिन काफी गर्माहट होने की उम्मीद है वही सूत्रो की माने तो इस मामले मे सतनामी समाज भी पिड़ित डाक्टर के पक्ष मे खुलकर सामने आने वाला है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार 7 मई को सारंगढ़ विकासखंड़ में कुछ स्थानो पर विकासखंड़ स्तरीय नर्सिग होम मानीटिरिंग टीम ने कई स्थानो पर छापामार कार्यवाही किया था जिसमे से दो स्थानो पर अवैध नर्सिग होम को सील किया था वही हिर्री मे संचालित वारे क्लीनिक में भी यह टीम छापामार कार्यवाही के लिये पहुंची थी। इस मामले में इस वारे क्लीनिक के संचालक डां.के.पी.वारे ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए आज बताया कि उक्त टीम में शामिल सरकारी अधिकारी तहसीलदार सुनील अग्रवाल, थाना सारंगढ़ के के.के.पटेल और बीएमओ डा.आर.एल.सिदार 7 मई को उसके क्लीनिक पहुंचकर अवैध नर्सिग होम संचालित करने का आरोप लगाया और जेल भेजने की धमकी दिया। डां.के.पी.वारे ने बताया कि उसको तीनो अधिकारी ने इस कदर डराया धमकाया कि वे डर के मारे कांप रहे थे। वही इस बीच तहसीलदार सुनील अग्रवाल ने डां.के.पी.वारे से पांच लाख रूपये की मांग किया तथा पूरा मामला को रफा-दफा करने का आश्वासन दिया। डां.के.पी.वारे ने बताया कि इतनी बड़ी रकम देने मे असर्मथता व्यक्त करने पर थाना प्रभारी के.के.पटेल ने मामलो को तीन लाख रूपये में सेट करने के लिये पहल किया तथा 20 मिनट मे 3 लाख रूपये की व्यवस्था करने अथवा जेल जाने की धमकी दिया जिससे घबराकर अपने रिश्तेदारो को फोनकर डां.के.पी.वारे ने किसी प्रकार से तीन लाख रूपये की व्यवस्था किया जिसे उक्त टीम को दिया। इस बीच उनके क्लीनिक का पंचानामा बना रहे डा.आर.एल.सिदार ने रकम पाने के बाद पंचनामा नही बनाया। वही रकम प्राप्त करने के बाद तहसीलदार सुनील अग्रवाल ने मौके मुआवना करने पर सीसीटीव्ही लगा होना पाया जिसके बाद उन्होने सीसीटीव्ही फुटेज को सामने मे खड़े होकर डिलीट कराया। 7 मई को हुए इस धमकी-चमकी देकर 3 लाख रूपये की अवैध वसूली करने के मामले मे बुरी तरह से टूट चुके तथा डर चूके डा.के.पी.वारे खाना-पीना छोड़ दिये थे तथा उनका हौंसला दम तोड़ चुका था। किसी तरह से अपने साथ हुई अपबीता को अपने दोस्तो और परिजनो को बताया जहा पर अवैध उगाही के इस प्रकरण मे कार्यवाही करने के लिये सामने आने का दिलासा परिजनो ने दिया जिसके बाद आज यह मामला प्रकाश मे आया तथा आने वाले दिनो मे तीनो अधिकारी के नाम पर उचित मंच पर कार्यवाही हेतु आवेदन/शिकायत पत्र देने की जानकारी मिल रही है।
7 मई की कहानी डां.वारे की जुबानी!
ग्राम पंचायत हिर्री में संचालित वारे क्लिनिक के संचालक खगेश्वर प्रसाद वारे का आरोप हैं की 7मई को उनके क्लिनिक में सारंगढ़ थाना प्रभारी के. के. पटेल, तहसीलदार सुनील अग्रवाल,बी.एम.ओ.डा.आर.एल.सिदार अपने दल बल के साथ पहुंचे और वंहा पहुँच कर मंत्री से लेकर जिला कलेक्टर के नाम का सहारा लेते हुए उसे जमकर डराया धमकाया और कहने लगे कि तुम्हारे क्लिनिल को सील करेंगे, तुम्हारे नाम पर एफ.आई.आर कर के तुम्हे जेल भेजेंगे, तुम अवैध क्लिनिक चला रहे हो और अगर तुम्हे जेल जाने व क्लिनिक को सील होने से बचाना है तो पांच लाख देना होगा , पीड़ित डॉ खगेश्वर प्रसाद वारे ने कहा सर मै छोटा सा बी.ए.एम.एस डॉक्टर हूं इतना पैसा कहा से लाऊंगा, मै आयुर्वेद दवाइयों से लोगो का सेवा भावना से ईलाज करता हूँ, आप मुझसे इतनी बड़ी रकम मांग रहे हैं मै कहा से लाऊंगा? इतना सुन तीनो अधिकारी तिलमिला गए और बोलने लगे तुम्हे जेल भेजना ही पड़ेगा,पीड़ित डॉ खगेश्वर प्रसाद वारे ने आगे बताया की उन्होंने मुझे इतना डरा दिया कि मेरे सांसे फूलने लगी मै कुछ समझ नही पा रहा था परिवार के बारे में सोचता था तो डर जाता था, क्योंकि मै अपने घर का मुखिया हूँ मेरे घर में मेरी पत्नी समेत छोटे- छोटे बच्चे हैं और ये लोग अगर मुझे फर्जी तरीके से फंसा कर अगर जेल भेज दिये तो उनका क्या होगा? इन्ही सब बातो को सोचकर मैंने उनसे हाथ जोड़कर कहा सर मेरे पास तो इतना पैसा नही हैं बीस-पचास हजार हैं चाहे तो आप लोग वो ले सकते हो…इतना सुन तीनो अधिकारी फिर बोले इतने में नही बनेगा ले दे कर बात तीन लाख में डन हो गई, पीड़ित डॉक्टर ने जैसे तैसे उधार लेकर पैसो का बंदोबस्त किया, और उस पैसे को सारंगढ़ थाना प्रभारी के.के पटेल को दिया, जिसके बाद के. के पटेल ने उन पैसो को एक काले कलर के फ़ाइल में रख लिया, साथ ही अस्पताल कैम्पस में लगे सी.सी कैमरे के फुटेज को तहसीलदार सुनील अग्रवाल ने स्वयं डिलीट कर दिया.लेकिन उन्हें पता नही था कि कैम्पस में दो सी.सी कैमरे लगे हैं, और दोनों का डिवाइस अलग अलग हैं,पैसा लेने के बाद एक पंचनामा तैयार किया गया की यंहा सब सही हैं, और जाते-जाते पैसे के लेनदेन के बारे में किसी को बताने के लिए मना किया गया, वही इस घटना के बाद से पीड़ित डॉक्टर अंदर से टूट गए हैं, वो जब मिडिया से बात कर रहे थे तो उनके आँखों से बहने वाले आंसू उनके दर्द को बयां कर रहे थे,पीड़ित डॉक्टर ने आगे कहा की इतने बड़े रकम को मै कैसे चुकाऊंगा, मेरे परिवार वालो का भी इस घटना के बाद से रो-रो कर बुराहाल है,उन्होंने आगे कहा की मेरा जीने का बिलकुल मन नही हैं, तीन लाख बहुत बड़ी रकम होती हैं, मै इतने पैसो का उधार कैसे चुका पाहुंगा, अगर मै सुसाईड करता हूँ तो इसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी सारंगढ़ थाना प्रभारी के.के पटेल, तहसीलदार सुनील अग्रवाल,बी.एम.ओ सिदार की होगी।
प्रशासनीक तंत्र मे मचा हड़कंप?
सारंगढ़ मे अवैध क्लीनिक चलाने का आरोप लगाकर तीन लाख रूपये के अवैध उगाही करने के इस मामले मे संचालक डां.के.पी.वारे का मिडिया के सामने बयान देने के बाद भूचाल आ गया। आनन-फानन मे तीनो अधिकारी मामले के रफा-दफा करने मे जुट गये। डा.वारे और बीएमओ डा.आर.एल.सिदार के बीच बातचीत का एक आडियो भी सामने प्रस्तुत किया गया है जिसमे मामलो को बीच मे बना लेने की सलाह डा.वारे को बीएमओ देते हुए सुने गये। वही पूरे मामले में अब सतनामी समाज की क्या भूमिका होती है? यह भी देखने लायक होगा। सूत्रो की माने तो सतनामी समाज भी पूरे मामले मे पिड़ित के पक्ष मे खड़े होकर न्याय दिलाने के लिये सामने आ सकता है। वही दूसरी ओर जानकारी मिली है कि रायगढ़ जिले के एक बड़े अधिकारी ने फोन कर डा.के.पी.वारे को लिखित शिकायत मे नाम सहित आवेदन देने का सलाह दिया है और न्याय प्रदान करने का भरोसा दिलाया है। वही दूसरी ओर पुराने दिनांक मे पंचनामा को बदलकर वारे क्लीनिक पर कार्यवाही करने सहित कई बिन्दु पर इस मामले को रफा-दफा कराने के लिये तीनो प्रशासनिक अधिकारी जी-जान से जुट गये है।
एसडीओपी और थाना सारंगढ़ में दिया लिखित शिकायत
इस सम्बंध में मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित डॉ खगेश्वर प्रसाद वारे ने इस पूरे मामले की सिलसिलेवार जानकारी सहित शिकायत पत्र सारंगढ़ थाना और एसडीओपी सारंगढ़ को देते हुए आरोपियों पर कार्यवाही की मांग की है। पीड़ित डॉ ने तहसीलदार सुनील अग्रवाल, थाना प्रभारी के.के.पटेल और बीएमओ डॉ आर.एल.सिदार पर डरा धमका कर 3 लाख रुपये का उगाही करने का आरोप लगाया है। उन्होंने उक्त तीनों अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग किया है।