
चिराईपानी, गेरवानी और तराईमाल में होने वाली 3 उद्योगों की जनसुनवाई को लेकर जन चेतना के राजेश ने भी खोला मोर्चा कहा डेंजर जोन में क्षेत्र ….ट्रिब्यूनल के आदेश को दरकिनार कर स्थापना व विस्तार की अनुमति …होगा पुरजोर विरोध
रायगढ़। आने वाले दिनों में वैजरॉन इंडस्ट्रीज प्रा लि, शाम्भवी इस्पात, एनआरव्हीएस स्टील के लिए जन सुनवाई नियत की गई है। इसके जन सुनवाई को लेकर जन चेतना के राजेश त्रिपाठी ने भी मोर्चा खोल दिया है। इसे लेकर पहले ही रायगढ़ पर्यावरण मित्र मोर्चा खोल रखा है। आने वाले दिनों में इन तीनो की जनसुनवाई बंजारी मंदिर प्रांगण स्थल पर रखा गया है इसे सबसे पहले नियम विरुद्ध बताया।
दरअसल ईआईए इम्पेक्ट के अनुसार जन सुनवाई प्रोजेक्ट एरिया के ऊपर होना चाहिए। जन सुनवाई स्थल प्रोजेक्ट स्थल से 3 किमी से लेकर 10 किमी दूर है। इसकी वजह से गरीब ग्रामीण दूरी की वजह से जन सुनवाई स्थल तक पहुंच ही नहीं पाते हैं। राजेश त्रिपाठी ने कहा कि दूरी होने की वजह से प्रभावित एरिया के लोग अपनी बात कहने से वंचित हो जाएंगे। जिसमे सराईपाली, पाली, शिवपुरी, चिराई पानी, देलारी, लाखा जैसे प्रभावित गांव 3 से 10 किमी दूर स्थित है।
एनजीटी ने रायगढ़ के तमनार व घरघोड़ा तहसील के अंदर जब तक पर्यावरणीय अध्धयन नही हो जाता तब तक नई परियोजनाओं की अनुमति एवं पूर्व में संचालित परियोजनाओं के विस्तार की अनुमति प्रदान नहीं कि जा सकती । इसके बावजूद सदस्य सचिव छग पर्यावरण संरक्षण मंडल एवं जिला प्रशासन द्वारा एनजीटी के आदेशों को दरकिनार कर कंपनियों के विस्तार और स्थापना के लिए जनसुनवाई का सतत आयोजन कर रही है। जन चेतना के राजेश त्रिपाठी ने कहा कि इन उद्योगों की स्थापना व विस्तार के लिए आयोजित जन सुनवाई का तरीका गलत है मैं इसका पुरजोर तरीके से विरोध करता हूँ और जन सुनवाई को निरस्त कराने कानूनी कार्रवाई का सहारा लिया जा रहा है।