
जिनके पीछे नहीं कोई किंग मेकर …. जनता रहती है साथ और होती है किंग ….शहर में जय वीरू की जोड़ी के नाम से मशहूर ….शहर ने देखे कई सियासी बदलाव नहीं बदला तो ये चेहरा …
रायगढ़। नगर पालिक निगम क्षेत्र में बीते 30- 35 सालों में कई बदलाव हुए हैं। शहर की सियासत ने भी कई बदलाव को लेकर लोगों ने देखा है। लेकिन शहर के दो अजेय योद्धा जो लोगों के दिलों में ऐसे बसे हैं जिन्हे न कोई लहर तोड़ पाई और न ही कोई चुनावी वायदे मतदाताओं को डिगा पाता है। जिनके पीछे न कोई किंग होता है और न ही कोई किंग मेकर बनता है। ये शहरवासियों के दिलों में बसते हैं।
वार्ड नंबर 17 से सलीम नियरिया ओपी की लहर के बावजूद अपने प्रतिद्वंदी को 459 मतों के अंतर से मात दिया। इसी तरह वार्ड नंबर 12 से जयंत ठेठवार ने अपने प्रतिद्वंदी को 578 मतों के अंतर से मात देकर अजेय योद्धा बने। सलीम और जयंत की जोड़ी शहर में जय और वीरू की तर्ज पर देखा जाता है। इनकी शक्सियत ही कुछ ऐसी है कि लोग इनसे खुद ब खुद जुड़ते है और जो एक बार जुड़ता है उनका ही होकर रह जाता है।
पूरे शहर में ओपी चौधरी का जादू चला लेकिन शहर के कुछ वार्ड ऐसे रहे जिसमे न कोई जादू चला और न ही कोई लहर काम आई। ऐसा ही एक वार्ड सलीम और जयंत का वार्ड है। सलीम नियारिया और जयंत ठेठवार को मतदाताओं ने सर आंखों पर बैठाया। इनके पीछे न कोई किंग होता है और न ही कोई किंग मेकर बनता है। इन जय वीरू के वार्ड में जनता ही किंग और किंग मेकर बनती है जिसे शहरवासियों ने इतने सालों से देखते और समझते चली आ रही है।