ये है योगी सरकार… सुबह 3 बजे कोर्ट खुलवाकर…सवा 5 बजे 7 महिलाओं सहित 17 मुरादाबादी पत्थरबाजों को भेजा जेल…
उल्लेखनीय है कि कोरोना पीड़ित एक मरीज की मौत हो जाने की वजह से यहां के लोगों को क्वॉरेंटाइन करने के लिए गई बुधवार को मेडिकल और पुलिस टीम पर थाना नागफनी के मोहल्ला नवाबपुरा में भारी पथराव वक्त हुआ।पथराव में एक डॉक्टर, फार्मासिस्ट सहित छह स्वास्थ्यकर्मी घायल हो गए और पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। बताया जाता है कि फायरिंग भी हुई थी। इसलिए डीएम, एसएसपी को मौके पर जाकर जूझना पड़ा।
पूरी रात जागकर सुबह छह बजे सोए डीएम, एसएसपी
डीएम राकेश कुमार सिंह और एसएसपी अमित पाठक ने इस पूरे प्रकरण पर कड़ी नजर रखी। इन सभी आरोपियों की गिरफ्तारी से लेकर उनके कोर्ट में पेश होने और जेल जाने की प्रक्रिया तक से अधिकारियों को राहत मिली थी। अन्य अधिकारियों के साथ, वे दोनों भी पूरी रात साथ रहे और जब आरोपी जेल गए, तो वे सुबह साढ़े पांच बजे सो पाए।
इस घटना के बाद पुलिस फौरन एक्शन में आ गई। यह हंगामा थाना नागफनी से चंद कदमों की दूरी पर हुआ था, और सभी आरोपी पुलिस स्टेशन नागफनी में भी थे, इसलिए पुलिस को डर था कि सुबह पुलिस स्टेशन पर भीड़ इकट्ठा न हो व किसी प्रकार कोई उपद्रव की स्थिति ना बन सके। इसलिए प्रशासन ने ऐसी व्यवस्था की कि आरोपी फौरन रिमांड प्रस्तुत करने के बाद जेल चले जाए।
जेल में किया गया क्वारेंटाइन
सभी 17 आरोपियों को जेल में क्वॉरेंटाइन किया गया है । वे सभी उस इलाके से आए थे जहां एक कोरोना पॉजिटिव की मृत्यु हो गई थी। जेल अधीक्षक उमेश सिंह ने कहा कि इन सभी को जेल में अलग-अलग रखा गया है।