लॉक डाउन के बीच नपा सीएमओ ने भेजा दुकानदारों को किराया पटाने का नोटिस…नहीं तो होगी तालाबंदी..व्यापारियों में रोष…
कोरोना वायरस के चलते लगभग 2 माह से लॉक डाउन की मार झेल रहे नपा दुकान व्यापारियों को बैकुंठपुर नगरपालिका की टीमों ने किराया वसूली के लिए नोटिस 28 मई तक का समय दिया है। इस अवधि में पैसा नहीं पटाने पर दुकानदारों की दुकान में ताला बन्दी करने के बाद भी नोटिस में कही गई है।
नगरपालिका के लगभग 50 से अधिक दुकानदारों को यह नोटिस दिया गया है। इस नोटिस के मिलने के बाद के दुकानदारों में काफी आक्रोश है। दुकानदारों ने कहा कि एक माह से अधिक समय तो टोटल लॉक डाउन में हमारी दुकाने बन्द रहीं है। लॉक डाउन में आंशिक ढील मिलने पर भी किराना, दूध, फल, सब्जी आदि दुकानों को छोड़कर बाकी दुकाने सप्ताह में मात्र 3 दिन खोलने का ही आदेश सुबह 9:00 से शाम 4:00 बजे तक किया गया है। इसी वजह से दुकानदार अभी घर खर्च भी नही निकाल पा रहे हैं। वहीं महाजनों की देनदारी, कर्मचारियों का वेतन, बिजली आदि के देयकों की टेंशन अलग बनी है। ऐसे संकट में नगरपालिका सीएमओ सहानभूति की जगह किराए का दबाव बना रहीं हैं जो पूरी तरह अनुचित है।
“इस संबंध में प्रतिष्ठित व्यवसायी संजय अग्रवाल का कहना है देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की लोगों से आह्वान किया था कि कोरोना काल में अपने किराएदारों को किराए के लिए दबाव न बनाएं। नगरपालिका कोई संबंध में सहानुभूति पूर्वक विचार करना चाहिए।”
“नगरपालिका की सीएमओ श्रीमती ज्योत्सना टोप्पो ने PAGE-11 से कहा कि नगर पालिका द्वारा जारी नोटिस में पिछले किराए की राशि की मांग की गई है ना कि वर्तमान में लॉक डाउन अवधि के किराए की… उन्होंने बताया कि नगरपालिका का लगभग 1 करोड़ से अधिक किराया और प्रीमियम की राशि शेष है। पिछली बार लोगों ने नोटिस पर चेक जमा किया था वह चेक भी बाउंस हो गए हैं। नगरपालिका के कर्मचारियों को वेतन भी देना है…बिना राजस्व वसूली के वेतन भी नही दे पाएंगे।”
“नगरपालिका अध्यक्ष अशोक जायसवाल ने कहा इसमें किसी व्यापारी पर कोई प्रेशर नहीं है, जिन व्यापारियों की स्थिति पैसा जमा करने लायक है, वह कर सकते हैं। जिन व्यापारियों की माली हालत फिलहाल पैसा देने की नहीं है उन पर कोई दबाव नहीं है।”