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मोदी सरकार के कुप्रबंधन और गलत फैसलों के कारण गरीब, मजदूर, किसान सहित सभी वर्ग परेशान- कांग्रेस…

 छ.ग. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर केन्द्र सरकार के गरीब मजदूर एवं किसान विरोधी नीतियों के संबंध मेें आज   जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नज़ीर अज़हर कहा कि कांग्रेस सदैव किसान, गरीब मजदूर की पार्टी रही है और इस वैश्विक महामारी में भी उनके समस्याओं के समुचित निराकरण के लिए कांग्रेस पार्टी तथा कांग्रेस समर्थित राज्य सरकारोे के द्वारा महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए कार्य किये गये है जिससे इन वर्गों को अधिक से अधिक सुविधा का लाभ मिल रहा है किन्तु कोविड-19 कोरोना वायरस के कारण से देश में हो रही जनहानि एवं अव्यवस्था के माहौल को छुपाने के लिए भाजपा एवं केन्द्र सरकार के द्वारा तरह-तरह के हथकंडेबाजी की जा रही है। मजदूरो की घर वापसी होती तो आज मजदूर कोरोना सक्रंमित नही होते, कालकल्वित नही होते।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मजदूरों के घर वापसी के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग की तब भाजपा के नेताओं ने ट्रेन चलाने का विरोध किया और बस से लाने की बात कही।, मोदी सरकार के कुप्रबंधन और गलत फैसलों तथा अदूरदर्षिता के कारण छत्तीसगढ और पूरे देश़ के मजदूर कोरोना वायरस से सक्रंमित हुए है।, मजदूरों ने लाकडाउन में भूख, प्यास, रोजी-रोटी का नुकसान कर्ज लेकर घर वापसी क्या-क्या नही झेला, दर-दर की ठोकरे खाने मजबूर हुए।, छत्तीसगढ भाजपा के नेता मजदूरो के नाम से घड़ियाली आंसू बहा रहे है। घर पहुँच चुके मजदूरों से झूठी हमदर्दी जता रही है। भाजपा के नेता तब कहा थे जब मोदी सरकार के द्वारा अचानक किये गये लॉक डाउन और बस ट्रेन के बदं होने से छत्तीसगढ सहित देशभर के मजदूर दूसरे राज्यों के सक्रंमित एरिया में 2 माह तक फंसे रहे। पूरे देश में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। मजदूरों के बच्चो एवं गर्भवती महिलाओं को समय पर दूध और दवाइयां नही मिल रही थी। देशभर में कई जगहों पर मजदूरों को काम करने के बाद प्रबध्ंन और नियोजकों द्वारा पैसा नही दिया गया।, मोदी सरकार के कुप्रबन्धन और गलत फैसलो के कारण ही छत्तीसगढ सहित देशभर के मजदूरो को अमानवीय कष्ट झेलना पडा़, जान भी गंवानी पडी़। देश ने मोदी और भाजपा की मजदूरों के प्रति असवेदनशीलता की पराकाष्ठा देखी है।, मोदी भाजपा सरकार ने जितनी चिंता विदेशो मे फंसे भारतीयों की थी अगर उतनी चिंता देश के भीतर फंसे कामगारो श्रमिको पर्यटन यात्रियो और छात्रों की होती तो लॉकडाऊन वन के पूर्व में ही सभी अपने घर पहुंच जाते और कोरोना महामारी सक्रंमण की चपेट में नही आते, ना ही भुखमरी, बेबसी, लाचारी का शिकार होते।, मजदूरो को सड़को रेल पटरियों में पैदल नही भटकना पडत़ा। मजदूर दुर्घटना के शिकार नही होते। घर वापसी के प्रयास में दुर्घटना में मारे गये मजदूरों की मौत के लिए भी मोदी भाजपा की सरकार ही जिम्मेदार और दोषी है।
  छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार की दूरदर्शिता है जो कोरोना महामारी सकंट को भांपते हुए राज्य के नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी सार्वजनिक कार्यक्रम को तत्काल बैन किया। होली मिलन के आयोजनों से दूरी बनाई। राज्य के नागरिकों को सुरक्षित रहने की अपील की और जनजागरण किया।, राज्य में कड़ाई से कदम उठाते हुये लॉक डाऊन घोषित किये। जिसका व्यापारी वर्ग में भी पूरा समर्थन देते हुए एक जिम्मेदार नागरिक होने का परिचय दिया है। देश में सबसे पहले स्कूल, कालेज बंद कर छात्रों को सक्रंमण से बचाया। वही मोदी सरकार जानबूझकर कोरोना महामारी सकंट को नजर अंदाज करती रही है अपने विदेशी मित्र की खातिरदारी में नमस्ते ट्रम्प करने भीड़ जुटाने में लगे रहे। भाजपा के द्वारा षड्यंत्र कर मजदूरों के घर वापसी पर अड़ंगा लगाया जा रहा था अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के प्रयासों से दूसरे राज्य में फंसे छत्तीसगढ़ के मजदूर अपने घर पहुंच चुके हैं। ऐसे सें भाजपा आपदा में राजनीति की अवसर तलाश रही है और मजदूरों के नाम से घड़ियाली आंसू बहा रही है।
छ.ग. प्रदेश के कांग्रेस सरकार ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना किसानों को इस विषम परिस्थिति में किसानों को राहत पहुंचाने के लिए जो धान के 2500 रूपये प्रति क्विं. की दर से भुगतान कर वास्तव में एक सराहनीय प्रयास किया है जो कि किसानों के आर्थिक रूप से मजबूूत होने में मददगार साबित होंगे।
प्रदेश के व्यापारियों में लाॅकडाउन के दौरान जो सहयोग प्रदेश के लिए किया है वह सराहनीय है….

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