♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

सेंट जोसेफ स्कूल वाले न्यू एडमिशन के साथ ले रहे कोरोना काल के 3 माह की फीस…अभिभावकों को भेजा जा रहा मैसेज.. क्वारेंटीन सेंटर भी रहा स्कूल.. स्कूल शिक्षा के प्रमुख सचिव के आदेश को भी नहीं मान रहा प्रबंधन…प्रिंसिपल ने कहा फीस पटाने..

अनूप बड़ेरिया
कोरोना संक्रमण के दौरान स्कूलों में भी पूरी तरह लॉक डाउन होने के बावजूद कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के सेंट जोसेफ स्कूल से नए सत्र की फीस भरने के लिए SMS किया जा रहा है। स्कूल के सत्र की जो फीस ली जा रही है उसमें अप्रैल, मई और जून की फीस भी शामिल की गई।
जबकि प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा विभाग डॉक्टर आलोक शुक्ला ने साफ कहा है कि शासन ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि कोरोना काल तक स्कूल फीस नहीं लेना है।  इसके बाद भी अगर स्कूल प्रबंधन जबरदस्ती जबरजस्ती फीस लेता है तो पालकों की शिकायत पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। अनेक पालकों ने सेंट जोसेफ स्कूल के प्रबंधन के दबाव में आकर बैंक ऑफ इंडिया जाकर फीस जमा करना भी आरंभ कर दिया है। हालांकि कई पालक इसका कड़ा विरोध कर रहे हैं लेकिन अपने बच्चों के भविष्य की वजह से खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं। PAGE-11 से अनेक पालको ने शिकायत भी की है।
जब इस संबंध में स्कूल की प्राचार्य सिस्टर जैसी से फोन पर बात की गई तो उन्होंने इनकार किया कि नए सत्र का एडमिशन चालू कर दिया गया है और फिर भी ली जा रही है लेकिन जैसे ही उनसे पूछा गया की अप्रैल, मई और जून की फीस क्यों नहीं जा रही है तो उन्होंने कार्यालय में आकर बात करने को कहा। बाद में स्कूल में प्रिंसिपल ने बताया कि डीईओ ऑफिस लेटर भेज कर ही एडमिशन प्रक्रिया चालू की गई है। कोरोना काल के 3 माह की फीस जो पैरेंट्स स्वेच्छा से दे रहे हैं उनसे ली जा रही है। जो नही दे पा रहे हैं उन्हें दबाव नही दिया जा रहा है।
वही शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह ने PAGE-11 को बताया कि 30 जून तक लॉक डाउन ही घोषित है। स्कूल को क्वारेंटिंन सेंटर भी बनाया गया है। उन्हें सेनेटाइज करने के बाद अभिभावकों से चर्चा की जाएगी। 1 जुलाई से स्कूल नही खोले जाएंगे।
इस सम्बंध DEO संजय गुप्ता ने कहा उपसंचालक से आदेश आया था कि कोरोना काल मे फीस नही लेना है, ऐसा आदेश नही है कि इस अवधि का फीस नही लेना है। स्कूल प्रबंधन किसी को फीस के लिए दबाव नही बना सकता। अगर दवाब बनाया जाता है पैरेंटस की शिकायत पर कार्यवाही की जाएगी।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

Please Share This News By Pressing Whatsapp Button



स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

जवाब जरूर दे 

[poll]

Related Articles

Back to top button
Don`t copy text!
Close