समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने दिए निर्देश, लगातार मानिटरिंग करें अधिकारी, डेंगू अलर्ट को लेकर व्हाटसएप ग्रुप भी बनाएं
दक्षिणापथ, दुर्ग। डेंगू की रोकथाम के लिए टेमीफ ास का छिड़काव सबसे अहम है। यह सुनिश्चित करें कि डेंगू के पाकेट एरिया में टेमीफास का पर्याप्त मात्रा में छिड़काव हो। डेंगू साफ पानी में पनपता है। जहां भी टेमीफास डालें वहां कुछ समय बाद पानी में पनपने वाले डेंगू के लार्वा मरने लगते हैं। यह निर्देश कलेक्टर अंकित आनंद ने आज समीक्षा बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि डेंगू को लेकर व्हाटसएप ग्रूप बनाएं जिसमें लगातार अद्यतन स्थिति की जानकारी देते रहें। इससे निगम और स्वास्थ्य अमले को समन्वय से कार्य करने में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि डेंगू का अंतिम रूप से पता एलिजा टेस्ट के बाद चलता है जिसकी सुविधा जिला अस्पताल में भी उपलब्ध है। डेंगू के मरीज पाये जाने पर प्रोटोकाल के मुताबिक कार्य करें। कलेक्टर ने कहा कि पाकेट एरिया में पिछले साल की तुलना में टैमीफ ास का दोगुना छिड़काव करें। निगम अमला लगातार मानिटरिंग करे कि टंकियों में अथवा कूलरों में बहुत दिनों से पानी का जमाव न हो। साथ ही डेंगू के लक्षणों को लेकर भी लोगों में जागरूकता बनी रहे। उन्होंने कहा कि स्थानीय जनसमूह की मदद भी लेना बहुत जरूरी है। कलेक्टर ने कहा कि पिछले साल जब डेंगू फैला था तो राज्य से टीम आई थी और उन्होंने डेंगू के पाकेट एरिया की ड्राइंग बनाई थी। ऐसे क्षेत्रों में क्या-क्या उपाय अब तक किए गए हैं और निकट भविष्य में डेंगू की रोकथाम के लिए किस तरह के कार्यक्रम यहां चलाये जाने हैं उसकी विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराएं। बैठक में अपर कलेक्टर संजय अग्रवाल, जिला पंचायत सीईओ गजेंद्र ठाकुर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
ट्रांसफ ार्मर का रखें बैकअप प्लान-
कलेक्टर ने कहा कि शहर में पानी की सप्लाई सबसे महत्वपूर्ण है। यह अबाधित रूप से होता रहे, इसके लिए आवश्यक है कि निगम ट्रांसफ ार्मर का बैकअप प्लान भी तैयार रखें ताकि हर दिन लोगों को शुद्ध जल मिलता रहे। उन्होंने स्कूलों, आंगनबाडिय़ों और ग्रामीण हैंडपंपों में क्लोरिनाइजेशन की बात भी कही। अधिकारियों ने बताया कि सभी जगहों पर क्लोरिन ट्रीटमेंट किया जा चुका है। कलेक्टर ने कहा कि जिन गांवों में नलजल योजना से पानी की सप्लाई की जा रही है वहां ओवरहेड टैंक की साफ -सफाई के निर्देश पंचायतों को दें।