कृषि मंत्री चौबे ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
कहा समर्थन मूल्य की राशि ऊंट के मुंह में जीरा से भी कम
दक्षिणापथ, रायपुर। कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने केंद्र से मिलने वाले धान के समर्थन मूल्य पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि ये राशि ऊंट के मुंह में जीरा से भी कम है। ज्ञात हो कि केंद्र सरकार ने धान के समर्थन मूल्य में 65 रूपए का इजाफा किया है। रविंद्र चौबे ने इसे किसानों के साथ धोखा करार दिया है। साथ ही बयान दिया है कि केंद्र से मदद मिले या ना मिले लेकिन राज्य के किसानों को हम 2500 रूपए धान का समर्थन मूल्य जरूर देंगे। कृषि मंत्री ने राज्य के प्रति केंद्र सरकार का रवैया सहयोगात्मक नहीं होना बताया है। बता दें केंद्र सरकार ने बजट से पहले किसानों को बड़ा तोहफा देते हुए मौजूदा वित्त वर्ष (2019-20) के लिए खरीफ की 13 पसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी)को मंजूरी दी थी। सरकार ने मुख्य खरीफ फसल धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) फसल वर्ष 2019-20 के लिए 3.7 प्रतिशत बढ़ाकर 1,815 रुपए प्रति क्विंटल किया है। इसके अलावा अरहर दाल, तिल और सोयाबीन की एमएसपी भी बढ़ाई गई है। वहीं उड़द दाल और सूरजमुखी की कीमतों में भी बढ़ोतरी की गई है। ज्वार में 120 रुपए प्रति क्विंटल और रागी में 253 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है।
सीएम ने ट्वीट कर कही ये बड़ी बात….
सीएम भूपेश बघेल ने भी धान का समर्थन मूल्य 65 रूपए बढ़ाए जाने पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि केंद्र सरकार का यह फैसला मोदी जी के किसानों की आय दुगुनी करने के वादे के विपरीत है। मैं आशा करता हूं की केंद्र सरकार इस दिशा में गंभीरता से सोचे और छत्तीसगढ़ की तरह ही 25 सौ रूपए क्विंटल धान का समर्थन मूल्य दिया जाए। तभी मोदी जी का वादा पूरा होगा।