किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजली दिया ….पढ़िए किसने कहा किसानों को आर्थिक गुलाम बनाने वाले कृषि संशोधन बिल वापस लो ….
कॉरपोरेट्स घरानों के सामने घुटने टेकना बंद करो
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति ,केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों एवं जनसंगठनों के संयुक्त आव्हान पर दिनांक 20 दिसंबर 2020 रविवार को गांधी प्रतिमा चौक रायगढ़ में श्रद्धांजलि दिवस मनाया गया।
पूर्वान्ह 11.00 बजे से 11.30 बजे तक किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजली अर्पित कर उनके शहादत को सादर नमन किया गया।* महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।
आर्थिक गुलाम बनाने वाले कृषि संशोधन बिल वापस लो*, कॉरपोरेट्स घरानों के सामने घुटने टेकना बंद करो।देश को बेचना बंद करो।देश को कॉरपोरेट्स घरानों के हाथों गिरवी रखना बंद करो।झूठी घोषणाएं बंद करो।देश को बांटने की राजनीति बंद करो।देश की राष्ट्रीय एकता अखंडता की रक्षा करो। किसानों से सीधे संवाद कर समाधान करो। अन्नदाता, किसानों का सम्मान करो। किसान आन्दोलन में शहीद हुए किसान अमर रहें इत्यादि तख्तियों एवं नारों के साथ अपने विचारों को अभिव्यक्त किया गया। तथा मौन रखकर शहीद किसानों विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की गई तथा उन किसानों के परिवार जनों के साथ अपनी संवेदना व्यक्त की गई । किसान आंदोलन को समर्थन देते हुए अपनी एकजुटता भी प्रदर्शित की गई।
इस अवसर पर किसान सभा,ट्रेड यूनियन एवं जन संगठनो के साथियों की सक्रिय भागीदारी रही जिसमे प्रमुख रूप से किसान संगठन के साथी मदन पटेल , इप्टा एवं प्रगतिशील विचारधारा की साथी डॉ उषा आठले,विनोद बहीदार, अपर्णा श्रीवास्तव, अनादि आठले,जयंत बहीदार,गणेश कछवाहा, जिला बचाओ संघर्ष मोर्चा के गणेश मिश्रा,प्रगतिशील लेखक संघ हर्ष सिंह, रविन्द्र चौबे, पत्रकार रंग कर्मी एवं पत्रकार साथी युवराज आज़ाद, साहित्यकार सामाजिक कार्यकर्ता श्याम नारायण श्रीवास्तव,संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी संघ के साथी एम एल जोगी, इंजीनियर एस डी यादव,तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष शेख कलीमुल्ला, बिलासपुर डिवीजन इंश्योरेंस एम्प्लाइज एसोसिएशन ट्रेड यूनियन के साथी प्रवीण तंबोली, अगस्तुस एक्का, श्याम जायसवाल, सुनील मेघमाला, राजेंद्र कुजूर, संजय यादव, रामकिशुन कुर्रे,पुनिराम, पीताम्बर, मकरध्वज, भोगीराम साहू,आदि साथी सक्रिय रूप से शामिल थे । जिला बचाओ संघर्ष मोर्चा के सचिव बासुदेव शर्मा का सराहनीय योगदान रहा।