अजब अधिकारी की गजब कहानी .. तहसीलदार सुनील अग्रवाल पर कार्यवाही में विलम्ब क्यो ….? सबकी निगाह जिले के बेहद संवेदनशील गम्भीर कलेक्टर पर टिकी निगाह ….आपदा को बनाया कमाई का जरिया.
सारंगढ़ के चर्चित 3 लाख रुपये के अवैध उगाही मामले मे तीन सरकारी अधिकारी में से पुलिस विभाग के एस आई के.के.पटेल को लाइन अटैच कर दिया गया किंतु इस छापामार टीम के मुखिया तहसीलदार सुनील अग्रवाल पर आखिर क्यों कार्यवाही नही हो रही है? आखिरकार तहसीलदार सुनील अग्रवाल को किसका संरक्षण मिला हुआ है जिसके वजह से लिखित शिकायत होने के बाद भी प्रारंभिक तौर पर प्रशासन तहसीलदार पर कार्यवाही नही कर रहा है। 3 लाख रुपये के अवैध उगाही का संगीन आरोप के 24 घंटे बाद भी तहसीलदार पर कार्यवाही करने में जिला प्रशासन चुप्पी साधे हुआ है। इस कारण से चर्चा में यह सवाल छनकर सामने आ रही है कि आखिर तहसीलदार सुनील अग्रवाल को किसका संरक्षण प्राप्त है जिसके वजह से नामजद शिकायत होने के बाद भी तहसीलदार के चेहरे पर जरा सा भी भय या डर का कोई भाव तक नही है? उम्मीद है देर शाम तक संवेदनशील कलेक्टर इस विषय पर कार्यवाही करेंगे।
अब पूरी निगाह जिले के बेहद संवेदनशील कलेक्टर पर सबकी निगाह है, अंचल के हर किसी की नजर अब कलेक्टर सर की तरफ है जहाँ कड़ी कार्यवाही की उम्मीद नजर दिख तो रही है पर हो नही रही है….