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कारीछापर रेल्वे सायडिंग कोयला लदी वाहनों से उड़ते धूल डस्ट को नियंत्रित करवाने बरघाट के क्षुब्ध रहवासियों ने किया चक्काजाम

*बरौद कॉलरी*
आज सुबह आठ बजे से ही पाली ट्रांसपोर्ट के समीप बरौद कॉलरी जाने वाली सड़क पर बरघाट के रहवासियों ने कारीछापर रेल्वे सायडिंग में बरौद से कोयला भरकर जाने वाली आधा सैकड़ा वाहनों के पहियों से उड़ते धूल डस्ट से हलाकान व परेशान क्षुब्ध लोगो ने चार घंटो तक जाम कर दिया जब इसकी खबर उपक्षेत्रीय प्रबंधक व्ही व्ही रेड्डी और खान प्रबंधक बी.सिंह को लगी तब मौके पर जाकर आंदोलनकारियों से मिले क्षुब्ध बरघाट के जागरुक रहवासियों ने कहा कि बरौद खदान से निकलकर मुख्य सड़क से जाती हुई कोयला भरी और खाली सैकड़ों गाड़ियां जो कारीछापर रेल्वे सायडिंग तक जाती है किसी भी वाहनों में तारपोलिन नहीं लगी रहती और तमाम वाहनों के पीछे डाले में हुक भी आधे अधुरे लगाई जाती है जिससे कोयले के चुर्ण गिरते जाते है तारपोलिन नहीं लगाने से कोयले के चुर्ण हवा में उड़ते जाते है जिससे बरघाट में निवासरत लोगों के जनजीवन में प्रतिकुल प्रभाव पड़ता है कम्पनी द्वारा जल का छिड़काव भी सड़क पर नहीं किया जाता जिसके कारण पूरा बरघाट उपक्षेत्र ही नहीं कालोनी में भी धूलडस्ट बेशुमार वायुमंडल में हर वक्त तैरते रहते है जिससे काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है अधिसंख्य वाहनें बड़ी तेजी के साथ बेतरतीब ढंग से चलाई जाती है गति में भी नियंत्रण लगाई जाए अन्यथा कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है इन तमाम मांगो को सुनने के बाद कम्पनी की ओर से लिखित रुप से आंदोलनकारियों को यथाशीघ्र कार्यवाही करने के आश्वासन के पश्चात चक्काजाम आंदोलन स्थगित किया गया उक्त अवसर पर बरघाट के रहवासियों में प्रमुख रुप से खुर्शीद खान,राजू भगत,शांतिलाल,नरेश बेहरा,प्रशांत साहु,नाजीर खान,सुरेश बेहरा,जागीर,सुनील बंगाली,आलम खान सहित अनेकों लोग उपस्थित थे !

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