शरद पूर्णिमा पर आयोजित श्रीमद्भागवत गायन पाठ बनी गोतमा गांव की पहचान सभी लोकों में सुख देने वाला शरद पूर्णिमा पर्व …. गौतम अग्रवाल ने कहा धर्म और स्वास्थ्य दोनों की दृष्टिकोण से बेजोड़
पुसौर।
धर्म और स्वास्थ्य दोनों की दृष्टिकोण से बेजोड़ शरद पूर्णिमा पुसौर अंचल के ग्राम गोतमा में विगत 100 से भी अधिक वर्षों से परम्परागत धार्मिक अनुष्ठान करते आ रहे है। शरद पूर्णिमा पर श्रीमद्भागवत पुराण का गायन-वादन भक्तिभाव से सरोवर अब वहाँ की पहचान बन गई है। शरद पूर्णिमा की चाँदनी रात को गोतमा में अंचल के कई गॉंवों से हज़ारों की संख्या में भीड़ उमड़ती है। जहाँ रातभर भगवान की भक्ति में डूबे दिखते है।
इस भक्तिभरी माहौल में रायगढ़ से भाजपा युवा नेता गौतम अग्रवाल सहित जिला के वरिष्ठ नेताओं व पुसौर मंडल के कार्यकर्ता गोतमा की शरद पूर्णिमा उत्सव में शामिल हुए। जहाँ युवा नेता गौतम अग्रवाल ने अपने परिजनों, इष्टमित्रों सहित समस्त अंचलवासियो की खुशहाली व समृद्धि के लिए आशीर्वाद मांगा। इस दौरान गांव का भ्रमण कर किसानों से जुड़ी समस्याओं की जानकारी ली।
युवा नेता गौतम अग्रवाल ने इस अवसर पर कहा कि आज के दिन चंद्रमा की दर्शन मात्र से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। शरद पूर्णिमा सभी लोकों में सुख देने वाला होता है इसलिए आक के दिन का अपनी अलग महत्ता है, जो धर्म और स्वास्थ्य दोनों दृष्टिकोण से बेजोड़ है। भारतीय लोक आख्यानों में पृथ्वी माता के एकमात्र भाई के रूप में चंद्रमा को स्वीकारा गया है, इसीलिए चंदा को ‘मामा’ कहा जाता है। चंद्र देव के आराधन से मन-मस्तिष्क की शांति के साथ-साथ शीतलता, सुख-समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति चंद्र देव शरद पूर्णिमा पर समस्त भक्तों को प्रदान करें ,ऐसी कामना है।
इस अवसर पर विशेष रूप से पूर्व जिला महामंत्री गुरविन्दर सिंह घई, पूर्व सभापति सुरेश गोयल, वरिष्ठ नेता अफरोज डायमंड, रोहित साव, जगन्नाथ प्रधान, घनश्याम पटेल, संजय षडंगी, उमेश साव, श्रवण प्रधान, दुर्गेश मालाकार, राधेश्याम भोय, अशोक गुप्ता सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।