
नाम वापसी पर कांग्रेस ने कहा सत्ता में बैठे लोगों ने किया लोकतंत्र की हत्या ….सत्ता के दबाव में प्रशासन नहीं सुन रही हमारी …. वार्ड नंबर 18 और 45 के प्रत्याशी हो गए हैं गायब … बिमारी और मजबूरी में नहीं हुई नाम वापसी
रायगढ़। शहर में आज दोपहर से कांग्रेस प्रत्याशी के नाम वापसी की खबर ने राजनीत में भूचाल ला दिया। कांग्रेस के पैरों तले जमीन खिसक गई। जिला कांग्रेस द्वारा देर शाम कांग्रेस कार्यालय में एक प्रेस वार्ता कर बताया कि हमारे प्रत्याशियों के साथ भयादोहन कर नाम वापसी कराई गई है।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शुक्ला ने बताया की नाम वापसी की खबर सुनकर मैं स्वयं नाम वापसी की जानकारी मिलते ही निर्वाचन कार्यालय अपने साथियों के साथ पहुंचा जहां देखा की हमारे एक प्रत्याशी को जबरन दबाव डालकर पुलिस की घेरा बंदी में सत्ता पक्ष जबरन नाम वापसी के लिए ले जाते नजर आए जिसका हमने पुरजोर तरीके से विरोध किया जिसकी वजह से सत्ता पक्ष के कार्यकर्ताओं के साथ हमारी काफी झूमा झपटी भी हुई। और निश्चित तौर पर वे हमारे खिलाफ थाने में एफआईआर भी करवाएंगे क्योंकि उनके पास सत्ता का दबाव है।
कांग्रेस के दो प्रत्याशी के वापसी डर भय दबाव और धनबल का प्रयोग कर नाम वापसी कराई गई है। हमारे द्वारा लगातार दोनो कांग्रेस प्रत्याशी से संपर्क कर रहे हैं लेकिन वे कहां है इसकी कोई जानकारी नहीं मिल रही है। कांग्रेस जिला अध्यक्ष अनिल शुक्ला ने कहा की हमारे दोनो प्रत्याशी भाजपा के कब्जे में हैं। उन्होंने वार्ड क्रमांक 18 के प्रत्याशी पति के बीमारी का जो हवाला दिया जा रहा है वह पूरी तरह निराधार है। इसी तरह वार्ड क्रमांक 45 के प्रत्याशी भी सत्ता पक्ष की घटिया राजनीत के शिकार हुए है। इसकी पूरी और निस्पक्ष जांच कराई जाएगी।
जिला अध्यक्ष अनिल शुक्ला ने कहा की वे निर्वाचन आयोग और पुलिस से मांग करेंगे की सभी प्रत्याशियों की सुरक्षा प्रदान की जाए। उन्होंने कहा की सत्ता पक्ष गलत हटकंडे अपना कर सत्ता प्राप्त करना चाहती है लेकिन वह उसमे सफल नहीं होगी। जो कुछ भी आज हुआ है वह लोकतंत्र की हत्या है।