गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी देने का आरोप सरासर निराधार- संजय अग्रवाल.. ऑडियो के बदले एक और ऑडियो जारी…
पूर्व नेता प्रतिपक्ष व पार्षद पर लगाए गंभीर आरोप..
संजय अग्रवाल ने यह भी कहा कि नागरिक एकता मंच ने धरना प्रदर्शन समाप्त करने के लिए …लिए थे पैसे..
जवाब में पूर्व नेता प्रतिपक्ष संजय जायसवाल ने कहा आरोप है गलत .. पूरा ऑडियो फर्जी…
अनूप बड़ेरिया
शांत हो चुके बैकुंठपुर शहर की तासीर एक बार फिर आरोप-प्रत्यारोप के बीच गर्म होने लगी है। दरअसल विगत दिनों नागरिक एकता मंच के अविनाश सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक ऑडियो जारी किया था जिसमें उन्होंने यह कहा था कि संजय अग्रवाल ने उन्हें गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी है।
इसी का जवाब देते हुए संजय अग्रवाल ने प्रेस वार्ता आयोजित कर बताया कि ऑडियो में कहीं भी गाली गलौज या जान से मारने की धमकी का उल्लेख नहीं है इस संबंध में मैंने पुलिस महानिदेशक रायपुर को लिखित शिकायत की है
संजय अग्रवाल ने बताया कि दरअसल कुछ दिन पहले मुझे जानकारी मिली थी कि सुरेंद्र नाथ सिंह एसईसीएल में फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे हैं जिन्हें 25.7.2013 को क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक के द्वारा बर्खास्त कर दिया गया था। उसके बाद भी सुरेंद्रनाथ सिंह द्वारा कालरी का न तो मकान खाली किया गया और ना ही उनके विरुद्ध किसी भी प्रकार की एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई की गई। इसकी मैंने एसईसीएल के उच्च अधिकारियों से शिकायत की थी।
इसी से क्षुब्ध होकर अविनाश सिंह द्वारा नागरिक एकता मंच का सहारा लेते हुए मेरे विभिन्न मामलों 9में जिनका निराकरण पूर्व में ही न्यायालय द्वारा हो चुका है मेरी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है।
वही संजय अग्रवाल ने कहा कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक आरोप यह भी लगा था कि कन्या महाविद्यालय के सामने भूमि अदला-बदली के संबंध में मेरे द्वारा शासन को किसी भी प्रकार का कोई पत्र नहीं दिया गया है। जबकि इस बाबत मेरे द्वारा कलेक्टर एसडीएम और तहसीलदार को कई बार पत्र दिया गया है । इतना ही नहीं शपथ पत्र भी दिया गया है कि कन्या महाविद्यालय के सामने की भूमि नगर हित के उपयोग में लाया जाए इस पर मुझे कोई आपत्ति नहीं है।
उसके बाद संजय अग्रवाल ने नागरिक एकता मंच के अध्यक्ष संजय जायसवाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व में मेरे खिलाफ धरना प्रदर्शन ख़त्म करने हेतु 10 लाख रुपए की मांग की गई थी। मेरी छवि इन लोगों द्वारा लगातार धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा था इसलिए मैं ₹5 लाख देने में सहमत हो गया और मेरे द्वारा वह राशि इनके पास भिजवा दी गई। जिसका ऑडियो क्लिप भी संजय अग्रवाल द्वारा प्रेस वार्ता में सुनाया गया। वही संजय अग्रवाल ने बताया कि कुछ दिन पूर्व पार्षद व नेता प्रतिपक्ष संजय जायसवाल द्वारा मुझसे अपने व्यक्तिगत कार्य के लिए ₹1 लाख की मांग की गई थी। जिसे मैंने मना कर दिया, इस वजह से नागरिक एकता मंच के अध्यक्ष संजय जायसवाल मेरे से रुष्ट से थे।
संजय अग्रवाल ने कहा कि जिस पवित्र उद्देश्य शहर के विकास हेतु नागरिक एकता मंच का गठन किया गया था। लेकिन इस मंच द्वारा शहर के हित में एक भी उल्लेखनीय कार्य नहीं किया गया बल्कि यह मंच व्यक्तिगत अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूर्ण करने के लिए किसी व्यक्ति विशेष की छवि धूमिल करने के लिए किया जा रहा है।
ऑडियो में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पर भी गम्भीर टिप्पणी:- संजय अग्रवाल द्वारा प्रस्तुत किए गए ऑडियो में कथित तौर पर नागरिक एकता मंच के अध्यक्ष व कांग्रेस नेता पार्षद संजय जायसवाल अपने ही पार्टी के एक बड़े निर्वाचित जनप्रतिनिधि के विरुद्ध गंभीर टिप्पणी करते सुनाई दे रहे हैं इतना ही नहीं उन्हें उन्होंने एक युवा नेता पर ऑडियो में कथित तौर पर ट्रांसफर में 14 लाख रुपए कमाने की भी बात कही है। यह सारी बातें संजय अग्रवाल द्वारा प्रस्तुत किए गए ऑडियो में सामने आई है।
वही संबंध में नागरिक एकता मंच के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा है कि यह ऑडियो पूरी तरह फर्जी है एवं मुझ पर लगाए गए सारे आरोप निराधार हैं मेरे पास भी ऐसे ढेर सारे ऑडियो हैं जिनका मैं जल्द ही खुलासा करूंगा।
संजय अग्रवाल ने कहा कि कन्या महाविद्यालय के सामने अदला-बदली वाली भूमि को मैंने पहले ही शासन को त्यजन कर दिया है। अब शासन को इसे लेकर जनहित में उपयोग करना चाहिए। मैं पहले की तरह आज भी अपने इस बयान पर कायम हूं कि यदि शहर हित पर इस भूमि पर शादी घर बनाया जाता है तो मैं 11 लाख रुपए साज सज्जा हेतु सहयोग करूंगा।