
भगवना विरसा मुण्डा बलिदान दिवस पर फेसबुक लाईव होंगे-डा नंद कुमार साय
मनीष सोनी
अध्यक्ष राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के आदिवासी गौरव समिति सरगुजा संभाग के त्वाधान में 9 जून को भगवान बिरसा मुंडा बलिदान दिवस के रूप में घरों में पूजन कर मनाया जावेगा। इस दिन राष्ट्रीय जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष नंद कुमार साय भगवान बिरसा मुण्डा के शहादत पर फेसबुक के माध्यम से लाईव चर्चा कर अपना उद्बोधन देंगे।
आदिवासी गौरव समिति के संभागीय अध्यक्ष परमेष्वर सिंह ने बताया कि भगवान बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवम्बर 1875 को रांची के पास उलीखतू गांव में हुआ उन्होंने प्रारंभिक षिक्षा चाईबासा के अंग्रेजी मिडियम स्कूल से प्राप्त की उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ छोटा नागपुर क्षेत्र के आदिवासियों को संगठित किया। उनके मन में अंग्रेजों के खिलाफ तीब्र आक्रोष था। 1894 के आकाल के दौरान जी जान से लोगों की सेवा की जिससे लोग उन्हें भगवान की तरह पूजते थे। 1894 में लगान माफी आंदोलन चलाया जिसके कारण उन्हें हजारी बाग जेल में कैद रखा गया लोग उन्हें धरती बाबा के नाम से भी संबोधित करते थे। 1897 से 1900 के बीच अंगेजों व मुंडाओं के बीच फड्ड चलता रहा। 1900 के बिरसा मुंडा को गिरप्तार कर रांची जेल में रखा गया वही 9 जून को मृत्यु हुई। लोगों में और जनजाति समाज में काफी लोकप्रिय व पूज्यनीय है। आदिवासी गौरव समिति ने फेसबुक लाईव कार्यक्रम के माध्यम से जूड़ कर जानकारी प्राप्त कर समाज के महापुरूष से प्रेरणा लेकर जन कल्याण के कार्य हेतु प्रेरित हो। इस हेतु समिति ने अपील की है।