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जिले के एक मात्र इंजीनियरिंग कॉलेज के कर्मचारी प्रोफेसरों को डेढ़ साल से वेतन न मिलना गंभीर विषय …. नहीं ले रही सरकार सुध … ट्रेड यूनियन काउंसिल ने केआईटी कर्मचारियों को लेकर सरकार को लिया आड़े हाथ ….पढ़े पूरी खबर

 

केआईटी कर्मचारियों की सुध ले सरकार – ट्रेड यूनियन काउंसिल केआईटी के शासकीय करण की मांग

रायगढ़. ट्रेड यूनियन काउंसिल रायगढ़ के उपाध्यक्ष शेख कलीमुल्लाह ने बताया कि जिले का एकमात्र परिवर्तित इंजीनियरिंग कॉलेज, किरोड़ीमल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी है जिसकी स्थापना वर्ष 2000 में बड़ी उम्मीद के साथ की गई थी.तत्कालीन रायगढ़ जिला अनुसूचित जनजाति तथा अनुसूचित जाति बाहुल्य जिला था के आई टी कॉलेज की स्थापना वंचित वर्ग को तकनीकी शिक्षा दिलाने एवं जिले के विद्यार्थियों को रायगढ़ में ही उच्च स्तरीय तकनीकी शिक्षा दिलाने के उद्देश्य की गई थी.

यह कॉलेज प्रारंभ में अपने उद्देश्य में सफल भी रहा है हजारों विद्यार्थियों ने यहां से तकनीकी शिक्षा लेकर नौकरी पाया है. लेकिन वर्तमान में यह कॉलेज बदहाली का शिकार है इसके कर्मचारियों को 17 माह से वेतन नहीं मिले हैं. जिसका खामियाजा के आई टी कर्मचारियों के परिवार को भुगतना पड़ रहा है. परिवार आर्थिक बदहाली का शिकार है यही वजह है कि के. आई टी कर्मचारी विगत 25 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. ट्रेड यूनियन काउंसिल के मांगों का समर्थन करता रहा है विगत 21 सितंबर को ट्रेड यूनियन काउंसिल रायगढ़ का प्रतिनिधिमंडल ने अपर कलेक्टर सुश्री शंतन देवी जांगड़े से भेंट कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा. ज्ञापन में मुख्यमंत्री से मांग की गई की गई थी कि के आई टी कर्मचारियों के 17 माह के लंबित वेतन के निराकरण के लिए समुचित आदेश जारी किया जावे तथा के आई टी कर्मचारियों के समस्या का स्थाई समाधान के लिए किरोड़ीमल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी रायगढ़ का शासकीय कारण किया जावे. प्रतिनिधि मंडल ने अपर कलेक्टर को याद दिलाया कि इस बाबत कार्यालय कलेक्टर रायगढ़ द्वारा दिनांक 20 6 2022 को प्रस्ताव भेजा जा चुका है. ट्रेड यूनियन काउंसिल रायगढ़ आश्वस्त था कि राज्य शासन द्वारा के.आई.टी. कर्मचारीयों के समस्याओं के स्थाई समाधान हेतु शासकीय करण किया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. मंत्री परिषद की बैठक दिनांक 26.9.23 को श्री रामेश्वर गहरा गुरु प्राध्य संस्कृत महाविद्यालय श्री कोट जिला बलरामपुर रामानुजगंज को 100% अनुदान देने का निर्णय लिया गया. लेकिन किरोड़ीमल टेक्निकल इंस्टिट्यूट पर निर्णय नहीं लिया गया. यह अत्यंत खेद जनक है. उच्च शिक्षा मंत्री रायगढ़ जिले के हैं बावजूद इसके के आईटी कर्मचारियों के समस्याओं का निदान नहीं होना दुर्भाग्य जनक है. ट्रेड यूनियन काउंसिल रायगढ़ के अध्यक्ष गणेश कछवाहा उपाध्यक्ष शेख कलीमुल्लाह सचिव श्याम जायसवाल सुनील मेघमाला कामरेड अगस्तुस एक्का कामरेड प्रवीण तंबोली कामरेड एस बी सिंह कामरेड खगेश्वर पटेल कामरेड प्रमोद सराफ कामरेड टी के घोष कामरेड अरुण मिश्रा कामरेड रवि पांडे कामरेड तापस राय कामरेड रविंद्र चौबे कामरेड भरत निषाद कामरेड रमेश शर्मा कामरेड डीके सिंह कामरेड गोपाल नायक कामरेड विकास पटेल कामरेड संजीव सेठी कामरेड विष्णु यादव कामरेड रवि रवि गुप्ता कामरेड अनीता नायक कामरेड काजल विश्वास ने कहा कि के आई टी कर्मचारी कॉलेज स्थापना काल से ही कार्यरत है 20 साल से अधिक कार्य करने के पश्चात उनके पास विकल्प का अभाव है. आर्थिक बदहाली के कारण उनके परिवार की स्थिति अत्यंत चिंताजनक है. इलाज के अभाव में कर्मचारीयों के परिवार के सदस्य श्रीमती कमला सिदार श्रीमती बसंती चौहान श्री अमीर बख्श स्वर्ग सिधार चुके हैं. ऐसी स्थिति में प्रशासन को संवेदनशीलता का परिचय देते हुए लंबित 17 माह की वेतन का भुगतान करने तथा राज्य सरकार आगामी मंत्री परिषद की बैठक में किरोड़ीमल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी रायगढ़ का शासकीय करण करने की मांग की है.

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