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विवादित आदिवासी जमीन पर बोर खनन की मिली अनुमति ….धड़ल्ले से हो रहा बोर खनन ….गोवर्धनपूर स्थित आदिवासी जमीन के मामले में चौतरफा घिरने के बाद भी प्रशासन अनिल केडिया के आगे नतमस्तक ….दी गई बोर खनन की अनुमति

 

रायगढ़।

अनिल केडिया के द्वारा गोवर्धनपुर स्थित आदिवासी विवादित जमीन पर बोर का खनन कराया जा रहा है। गोवर्धनपुर स्थित आदिवासी की भूमि को जिस तरह से बिल्डर अनिल केडिया के द्वारा हथिया लिया गया है और इसे लेकर तमाम तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं और कार्यवाही की मांग को लेकर लगातार लोगों के द्वारा शिकायत पर शिकायत की जा रही है । गोवर्धनपुर स्थित आदिवासी भूमि को लेकर अभी खूब सुर्खियां भी बटोर रही है मीडिया में भी इस मुद्दे को लेकर लगातार सवाल खड़ा किया जा रहा है। बावजूद इसके रसूखदार बिल्डर के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो रही है । अब इसी विवादित जमीन पर बोर का खनन कराया जा रहा है। बीते दिवस स्थानीय लोगों के द्वारा शिकायत भी की गई थी किंतु रसूखदार अनिल केरिया के आगे समूचा प्रशासन नतमस्तक है और उसी भूमि पर बोर खनन की अनुमति भी मिल गई और उसी विवादित जमीन पर अब बोर का खनन भी हो रहा है।
इस मामले में एसडीएम गगन शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि क्या आप श्योर हैं कि उसी विवादित जमीन पर बोर का खनन हो रहा है हो सकता है आसपास में निजी भूमि पर बोर हो रहा हो आप एक बार कंफर्म कर लीजिए। एसडीएम के जवाब से तो यही लगता है कि बिल्डर अनिल केडिया को प्रशासन पूरी तरीके से क्लीनचिट देने के मूड में है और आगे अर्जुन ने कहा कि आप तहसीलदार से इसकी शिकायत कीजिए।

 

कुल मिलाकर जिला प्रशासन रसूखदार अनिल केडिया के आगे पूरी तरीके से नतमस्तक है और उसी विवादित जमीन पर आप बोर खनन की अनुमति देकर प्रशासन ने अपनी मंशा भी जाहिर कर दी है कि अनिल केडिया के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होगी।
रासुका के तहत कार्यवाही तो दूर की बात है अब देखना है कि क्या जिला प्रशासन अनिल केडिया की विवादित जमीन जिसे अवैध तरीके से हड़पना बताया जा रहा है क्या प्रशासन इस पर अपनी आंखें खोलेगी और पीड़ित आदिवासी को न्याय मिल पाएगा और उसके द्वारा जिस तरीके से अवैध तरीके से कब्जा किया गया है उस पर कोई कार्यवाही होगी।
फिलहाल तो ऐसा प्रतीत होता नहीं दिख रहा है अलबत्ता तमाम शिकायत आरोप-प्रत्यारोप के बीच अब प्रशासन के द्वारा उस विवादित आदिवासी जमीन पर बोर खनन की अनुमति दे दी गई है और धड़ल्ले से बोर का खनन भी कराया जा रहा है।

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