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जाम पारा में प्रस्तावित एसएलआरएम सेंटर का बनने के पहले होने लगा विरोध.. स्थानीयवासियों के साथ श्रीराम सेना ने किया विरोध..

 

अनूप बड़ेरिया 
 हाल ही में  नगर पालिका अध्यक्ष अशोक जायसवाल ने जोड़ा तालाब स्थित एसएलआरएम सेंटर के जामपारा स्थित छठ घाट तालाब के पास शिफ्ट किए जाने की बात कही थी। जिसकी जानकारी मिलते ही जामपारा के स्थानीय निवासियों ने विरोध करना आरंभ कर दिया है। वार्ड नंबर 19 पार्षद हेमंत राजवाड़े, वार्ड नंबर 18 पार्षद विजय सिंह, अमित चिकनजूरी, सतीश मिश्रा, विमल राजवाड़े, सुनील सोनवानी,मनोज सोनवानी, प्रीतम सोनवानी व राजू साहू सहित अनेक लोगो ने इस निर्णय का पुरजोर विरोध किया है।
जामपारा के पार्षद हेमंत राजवाडे का तो साफ कहना है कि जल आवर्धन के लिए जब पैसा आया और उसके बाद नगरपालिका की सीमा से जामपारा को अलग कर वापस ग्राम पंचायत बनाने की घोषणा की गई, तब नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा जाम पारा में जल आवर्धन योजना के लिए न गड्ढा खोदवाया गया न ही और न ही पाइप लाइन बिछाई गई। उन्होंने साफ कर दिया कि हटाए गए वार्डों में को जल आवर्धन योजना का लाभ नहीं मिलेगा। फिर अब काहे नगरपालिका का कचरा जाम पारा में डालने की बात अध्यक्ष  सोच रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरे ग्रामवासी इसका विरोध करने के लिए तैयार बैठे हैं, इस संबंध में चर्चा भी हो चुकी है। 
वहीं भाजपा नेता संजय अग्रवाल ने नपा अध्यक्ष के इस निर्णय को तुगलकी फरमान बताते हुए इसका विरोध किया है। उन्होंने कहा कि छठ जैसे महापर्व पर जाम पारा के पवित्र छठ घाट के निकट कचरा डंप कराने का सेंटर की घोषणा करना निंदनीय है। पूरे ग्रामवासियो के साथ मिल कर इसका विरोध किया जाएगा।
स्थानीय नागरिक प्रभाकर सिंह कहते हैं कि जहाँ पर एसएलआरएम बनाने की बात अध्यक्ष कर रहे हैं वहां पर तालाब के पास पूरे गाँव और महिलाओं का निस्तार होता है। यह निर्णय।पूरी तरह से गलत है। एसएलआरएम सेंटर जोड़ा तालाब से हटाकर अन्यत्र कहीं शहर से बाहर किया जाए।
नगरपालिका अध्यक्ष अशोक जायसवाल ने कहा की विधायक श्रीमती अम्बिका सिंहदेव ने शहर के जोड़ा तालाब के पास बने एसएलआरएम सेंटर को हटाने के निर्देश दिए हैं। अभी कहां शिफ्ट होगा इसके लिए जगह फायनल नही हुई है। पटवारी और आरआई को सरकारी जगह चिन्हांकित करने के लिए बोला गया है। उसके बाद विधायक के निर्देश पर आगे निर्णय लिया जाएगा।

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