राज्यमंत्री गुलाब कमरों की पहल रंग लाई… प्रदेश के मुखिया ने दिया केल्हारी को पूर्ण तहसील का दर्जा…क्षेत्र को मिल रही सौगात पर सौगात…
अनूप बड़ेरिया
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चिरमिरी के गोदरीपारा स्थित लालबहादुर शास्त्री स्टेडियम में शनिवार को जैसे ही उप तहसील केल्हारी को पूर्ण तहसील का दर्जा दिए जाने की घोषणा की, जिले के वनांचल क्षेत्र केल्हारी में हर्ष की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों ने प्रदेश के मुखिया सहित सविप्रा उपाध्यक्ष गुलाब कमरो के प्रति हृदय से आभार व्यक्त किया।
बता दें कि कोरिया जिले में पांच तहसील बैकुंठपुर, सोनहत, भरतपुर, मनेन्द्रगढ़, खड़गवां और चार उप तहसील केल्हारी, कोटाडोल, चिरमिरी और पटना हैं, लेकिन अब मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद केल्हारी और पटना को पूर्ण तहसील का दर्जा मिलने के बाद जिले में सात तहसीलें हो जाएंगी। भरतपुर-सोनहत विधानसभा अंतर्गत केल्हारी पूर्व में मनेंद्रगढ़ तहसील के अंतर्गत आता था।
केल्हारी को पूर्ण तहसील का दर्जा मिलने से तिलोखन, घाघरा, पसौरी, बुलाकीटोला, डोड़की, चरवाही, केलुआ, केल्हारी, बिछियाटोला, केंवटी, मनवारी, डांड़हसवाही, डुगला, डिहुली, बिरौरीडांड़, रोझी, पहाड़हंसवाही, कछौड़, रोकड़ा, बड़काबहरा, केराबहरा, महाई, मुसरा, वाही, ताराबहरा, शिवगढ़, बिहारपुर, गरूड़डोल, बाला, सोनहरी, घुटरा, पेण्ड्री एवं सलवा 33 ग्राम पंचायतों में समाहित 74 गाँव के ग्रामीणों को जहां इसका फायदा मिलेगा वहीं केल्हारी का तीव्र गति से विकास भी होगा। वैसे कहना गलत नहीं होगा कि केल्हारी में विकास के द्वार प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद से ही खुल गए हैं। हाल ही में राज्यमंत्री गुलाब कमरो ने यहां 2 करोड़ 40 लाख की लागत से शासकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का भूमि पूजन किया है। छत्तीसगढ़ में नए मॉडल का यह दूसरा हॉस्पिटल होगा। स्वास्थ्य की समुचित व्यवस्था के साथ ही अब ग्रामीणजनों को अपनी जमीन सहित अन्य राजस्व संबंधी कार्यों के लिए 50 किलोमीटर लंबी दूरी तय कर मनेन्द्रगढ़ नहीं आना पड़ेगा। वैसे समय-समय केल्हारी को तहसील बनाए जाने की मांग ग्रामीण जनों एवं जनप्रतिनिधियों के द्वारा की जाती रही।
राज्यमंत्री कमरो ने ग्रामीणों की मांग पर पहल करते हुए मुख्यमंत्री का ध्यानाकर्षण कराया और प्रदेश के मुखिया ने मांग को स्वीकारते हुए केल्हारी को पूर्ण तहसील बनाए जाने की घोषणा कर क्षेत्र को विकास की नई सौगात दी है। केल्हारी को पूर्ण तहसील का दर्जा मिलने से क्षेत्रवासियों में काफी हर्ष है।