नाराज कलेक्टर ने लगाई फटकार.. मत्स्य विभाग को दिए 30 नवंबर तक झुमका पर्यटन क्षेत्र विकास कार्य को पूरा करने के निर्देश…ऑक्सीजोन की अव्यवस्था पर भी भड़के…कार्यवाही की दी चेतावनी..
अनूप बड़ेरिया

कलेेेक्टर ने विभागीय अधिकारियों को एक्वेरियम के पास वाटर पार्क, रेन वाटर डांस स्ट्रक्चर, म्यूजिकल फाउंटेन, वाटर वेव आदि निर्माण की कार्ययोजना एवं मॉडल प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। झुमका जलाशय के सौंदर्यीकरण से जिले के लोगों को पर्यटन का नवीन अनुभव होगा एवं महानगरीय सुविधाओं को ग्रामीण अंचल में भी स्थापित कर समानता प्रदान की जा सकेगी।
इसके बाद कलेक्टर ऑक्सिजोन पार्क के औचक निरीक्षण पर पहुंचे। उन्होंने सम्पूर्ण क्षेत्र में पैदल भ्रमण किया और समुचित देख-रेख के अभाव में कई संरचनाओं की जीर्ण हालत पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि ऑक्सिजोन को पर्यटन हेतु विकसित किये जाने के लिए वनविभाग को विशेष प्रयास करने होंगे। उल्लेखनीय है कि झुमका जलाशय की परिधि में सौंदर्यीकरण का कार्य किया जा रहा है जिससे आम जनता को अपने निकटवर्ती क्षेत्र में ही पर्यटन की बेहतर सुविधा मिल सके।
कलेक्टर ने कल झुमका जलाशय के सौंदर्यीकरण कार्य और मछली के आकार के बने एक्वेरियम का निरीक्षण किया। अमूमन शांत रहने वाले जिला कलेक्टर डोमन सिंह ने यहां के निर्माण में धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई। इस निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए 30 नवंबर की तिथि निर्धारित की गई है, जिसे उक्त अवधि तक पूरा ना किये जाने पर मत्स्य पालन विभाग के संबंधित अधिकारियों पर कलेक्टर ने सख्त कार्यवाही की जाने की बात कही।

कलेेेक्टर ने विभागीय अधिकारियों को एक्वेरियम के पास वाटर पार्क, रेन वाटर डांस स्ट्रक्चर, म्यूजिकल फाउंटेन, वाटर वेव आदि निर्माण की कार्ययोजना एवं मॉडल प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। झुमका जलाशय के सौंदर्यीकरण से जिले के लोगों को पर्यटन का नवीन अनुभव होगा एवं महानगरीय सुविधाओं को ग्रामीण अंचल में भी स्थापित कर समानता प्रदान की जा सकेगी।
इसके बाद कलेक्टर ऑक्सिजोन पार्क के औचक निरीक्षण पर पहुंचे। उन्होंने सम्पूर्ण क्षेत्र में पैदल भ्रमण किया और समुचित देख-रेख के अभाव में कई संरचनाओं की जीर्ण हालत पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि ऑक्सिजोन को पर्यटन हेतु विकसित किये जाने के लिए वनविभाग को विशेष प्रयास करने होंगे। उल्लेखनीय है कि झुमका जलाशय की परिधि में सौंदर्यीकरण का कार्य किया जा रहा है जिससे आम जनता को अपने निकटवर्ती क्षेत्र में ही पर्यटन की बेहतर सुविधा मिल सके।