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मास्क लगाकर ट्रेन में पहुंचा यात्री बोला- मैं कोरोना से पीड़ित हूं, लोअर बर्थ दे दो, फिर…

मुरादाबाद। दुनिया के 110 से भी ज्यादा देश कोरोना वायरस (COVID-19) से जंग लड़ रहे हैं।भारत में भी संक्रमित मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। भारत में कुल मामलों की संख्या 73 हो गई है। एक तरफ लोग इस वायरस से दहशत में हैं तो वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने इसे मजाक समझ लिया है। कोरोना वायरस के नाम पर वह फायदा ढूंढने में लग गए हैं। मामला उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद का है, जहां नंदादेवी एक्सप्रेस ट्रेन में एक यात्री ने लोअर बर्थ पाने के लिए खुद को कोरोना वायरस से पीड़ित बता दिया।

क्या है पूरा मामला
10 मार्च की रात 11 बजे नंदादेवी एक्सप्रेस देहरादून से कोटा जाने के लिए रवाना हुई। एसी थ्री के कोच संख्या बीई टू के बर्थ संख्या 53 (मिडिल बर्थ) पर समरजीत सिंह की मथुरा तक बर्थ रिजर्व थी। समरजीत मास्क लगाकर कोच में पहुंचा और यात्रियों से कहा कि उसे लोअर बर्थ दे दें, क्योंकि वह कोरोना वायरस से पीड़ित है। समरजीत की बात सुनते ही कोच में अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने हंगामा करते हुए उसे टीटीई से उसे ट्रेन से उतारने की मांग कर दी। इसके बाद टीटीई ने मामले की सूचना रेलवे कंट्रोल रूम को दी।
जांच में सामने आई ये बात
ट्रेन को हरिद्वार में रोका गया, जिसके बाद रेलवे के अपर मंडल चिकित्साधिकारी, आरपीएफ व जीआरपी सुरक्षा कवच पहन कर पहुंचे। यात्री समरजीत सिंह को ट्रेन से उतारा गया और कोच में दवा का छिड़काव कराया गया। इसके कारण 50 मिनट तक ट्रेन हरिद्वार स्टेशन पर रुकी रही।रेलवे के डॉक्टर की सूचना पर हरिद्वार जिला अस्पताल से डॉक्टर्स पहुंचे और यात्री की जांच की गई। जांच में पाया गया कि यात्री समरजीत को सामान्य बुखार, सर्दी, खांसी है,​ जिसका पहले से इलाज चल रहा है।
चेतावनी दे कर छोड़ा
समरजीत की हरकत पर रेलवे प्रशासन ने मामले की सूचना उसके परिजनों को दी और उन्हें सहारनपुर से बुला लिया। रेलवे प्रशासन यात्री को हरिद्वार के कोरोना यूनिट को सौंपने जा रहा था, लेकिन समरजीत और उसके परिजनों के माफी मांगने के बाद सहारनपुर में इलाज कराने का आश्वासन दिया। प्रवर मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा के मुताबिक, लोअर बर्थ पाने के लिए सर्दी खांसी से पीड़ित यात्री ने खुद को कोरोना का रोगी बताया था। डॉक्टर्स की जांच में ऐसी कोई बात सामने नहीं आई। यात्री को चेतावनी के साथ परिवार वालों को सौंप दिया गया है।

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