
सड़क निर्माण में गड़बड़ी::ठेकेदार कर रहा मनमानी.. PWD का काम..कांग्रेस नेता ने की…
बब्बी शर्मा खड़गवां
ग्रामीण अंचल को विकास की मुख्य धारा के साथ जोड़ने के लिए राज्य सरकार ने पी डब्ल्यू डी विभाग को सडक निर्माण कार्य कराने की जिमेदारी सौपी है।जो सडक भ्रष्टाचार की भेट चढ गई है। कोरिया के खडगवा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत कौडीमार से पैनारी पहुंच मार्ग की पिछले कई वर्षो से मांग थी और कांग्रेस की सरकार के एव विधायक विनय जयसवाल के प्रयास से ये बहुप्रतीक्षित सडक की मांग के निर्माण कार्य की मंजूरी भी मिल गई और सडक निर्माण कार्य पी डब्ल्यू डी विभाग को ठेकेदार के द्रारा कराने का टेंडर भी हो गया और ठेकेदार को कौडीमार से पैनारी सडक निर्माण कार्य का काम भी मिल गया और इसका भूमिपूजन भी विधायक विनय जयसवाल के करकमलों से हुआ और ठेकेदार के द्रारा सडक निर्माण का कार्य भी बडी तेजी से प्रारंभ किया मगर इस सडक के निर्माण कार्य के प्रारंभ में निर्माण कार्य की जानकारी का बोर्ड जो लगाया जाता है जिसमें सडक निर्माण की समस्त जानकारी अंकित और संबंधित विभाग एवं अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी अंकित रहते हैं मगर इस ठेकेदार के द्रारा सडक के निर्माण कार्य लगभग 40 प्रतिशत निर्माण कार्य किया जा चुका है और आज तक जानकारी का सूचना पटल नहीं लगाया गया है।
इस ग्राम पंचायत के कांग्रेस किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष गुरुदेव पांडे ने कौडीमार से पैनारी सडक निर्माण कार्य गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य किए जाने की शिकायत मुख्यमंत्री से कर सडक निर्माण कार्य कि जाच किये जाने की मांग की है उन्होंने ने कहा कि इस सडक की मांग पिछले बीस से पच्चीस वर्षो से कि जा रही थी जो अब मांग पूरी हुई है।
इस पी डब्ल्यू डी विभाग के अधिकारी भी नहीं आते सडक के निरीक्षण में ठेकेदार अपनी मनमानी से कर रहा है गुणवत्ता विहीन समाग्री से सडक निर्माण कार्य
करोड़ों रुपये की लागत से निर्मित सड़के ठेकेदार और अधिकारियों की साठगांठ से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही हैं
ठेकेदार नियम को ताक पर रखकर सडक का निर्माण कार्य करा रहा है। नियम के आधार पर सड़क निर्माण के लिए प्रथम चरण में 20 सेंटीमीटर में एक लेयर में मुरुम डालना अनिवार्य है, लेकिन ऐसा न कर डायरेक्ट ओवर साइज की गिट्टी को बिछाकर सडक निर्माण कार्य कर रहा है।
पी डब्ल्यू डी विभाग के अधिकारी दफ्तर में बैठकर कर रहे हैं सडक कि मॉनिटरिंग
जिन अधिकारियों की मॉनिटरिंग में सड़क का निर्माण कराया जाना है, वह मौके पर ही नहीं रह रहे हैं। इस वजह से ठेकेदार भ्रष्टाचार कर रहा है। अफसरों की अनुपस्थिति की एक बड़ी वजह भी सामने आई है। लोगों ने दबी जुबान से बताया कि ठेका कंपनी की ओर से मैदानी अमले को मोटी रकम मिला है। इसके चलते अफसर दफ्तर में ही बैठकर मॉनिटरिंग कर रहे हैं। फिलहाल गुणवत्ता विहीन सड़क का खामियाजा लोग भुगतेंगे।