
रायगढ़ जिले नए पुलिस कप्तान डॉ दिव्यांग पटेल नक्सली क्षेत्रों में सेवा देना के बाद औद्योगिक नगरी में संभालेंगे कमान …… एमबीबीएस के बाद सिविल सेवा को बनाया कैरियर …. इसलिए याद किए जायेंगे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद
शमशाद अहमद
रायगढ़।
रायगढ़ जिले के नए पुलिस कप्तान डॉ दिव्यांग पटेल कांकेर से रायगढ़ जिला के नए कप्तान होंगे। 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी डॉक्टर दिव्यांग पटेल मूलतः गुजरात के रहने वाले हैं। दिव्यांग पटेल एमबीबीएस के बाद सिविल सर्विस ने अपनी ओर आकर्षित किया। और उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास कर लिया और छत्तीसगढ़ का कैडर मिला। अब तक डॉक्टर दिव्यांग पटेल ने अपनी अब तक की सेवा में ज्यादातर नक्सली क्षेत्र में सेवाएं दी है। वे अब तक तक बेमेतरा, महासमुंद, बीजापुर, कोंडागांव, महासमुंद, कांकेर के बाद वे अब एक औद्योगिक नगरी रायगढ़ जिले की कमान संभालने वाले हैं। जाहिर है नई तरह की चुनौतियों से सामना करने डॉक्टर दिव्यांग पटेल को कठिनाई नहीं होगी।
नक्सली क्षेत्र में उन्होंने कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं नक्सली क्षेत्र में रहते हुए उनके खाते में कई उपलब्धियां जुड़ी हैं। महासमुंद में रहते हुए गांजा तस्करी के एक बड़े गिरोह को पकड़ा था। अब तक सबसे अधिक बीजापुर में ढाई साल बिताए हैं। दिव्यांग पटेल एक डॉक्टर भी ही इस लिहाज वे क्रिमिनल के नब्ज से भली भांति परिचित हैं। रायगढ़ जिले में उन्हें नक्सली क्षेत्रों की तुलना में अलग तरह की चुनौतियों से निपटना होगा। औद्योगिक नगरी होने की वजह से यहां के क्राइम अलग तरह के होते हैं। यहां अवैध कारोबार खूब फल फूल रहा है। हालाकि वर्तमान एसएसपी सदानंद कुमार ने कार्रवाई के नाम पर अवैध शराब सट्टा पट्टी पर ताबड़ तोड़ कार्रवाई जरूर किया है, उनके द्वारा नशीली पदार्थों के कारोबार पर भी लगातार कार्रवाइयां की है ताबड़ तोड़ करवाई से कारोबारियों के हौसले टूटे तो नहीं पर जरा कमजोर जरूर पड़ा है।किंतु पूरी तरह अंकुश लगाना दूर की कौड़ी है सट्टा पट्टी अवैध शराब में सिर्फ छोटी मछलियां की पकड़ी गई हैं।
औद्योगिक नगरी होने की वजह से अवैध कबाड़, नशीली पदार्थों का एक बड़ा नेटवर्क, कोयला तस्करी सहित कई तरह के अवैध कारोबार फल फूल रहे हैं। नशीली दवा का एक बड़ा कारोबार भी जिले में खूब फल फूल रहा है। अब देखना है की नए पुलिस कप्तान रायगढ़ जिले को किस तरह से देखते हैं।
सीनियर पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार का कार्यकाल कोई अलग हटकर नहीं रहा। हां इतना जरूर है की जिले में वे अपना दबदबा जरूर बनाए और अपनी एक अलग अमिट छाप जरूर छोड़कर जायेंगें। उनके खाते में रायगढ़ जिले के कई बड़े अपराध को सुलझाने का भी रहेगा। बैंक डकैती कांड उनमें से एक बड़ी उपलब्धि में जरूर गिना जाएगा।