
ऐसी शराफत की जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान ….आखिर किसके शह पर घोटाले को दिया अंजाम ….सारंगढ़ के इतने समितियों में किसानों के नाम पर कर दी गई धोखाधड़ी …आखिर इन सबके पीछे कौन
रायगढ़।
सारंगढ़ में अपने आप मे एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यह जानकर आश्चर्य भी होगा कि यहां समिति प्रबन्धकों ने शराफत की मिसाल पेश किया। ऐसी शराफत न देखा होगा न सुना होगा। समिति प्रबन्धकों ने किसानों के नाम पर ऐसा धोखाधड़ी को अंजाम दिया है और यह छोटा मोटा नहीं बल्कि अब तक जो जानकारी सामने आ रही है उसके हिसाब से अब तक 17 लाख तक गिनती हो गई है। बाकी अभी और सामने आना बाकी है।
दर्जन भर से अधिक सेवा सहकारी समितियो में किसानो के नाम पर खाद-बीज और कीटनाशक का फर्जी परमिट काटने की शिकायते छन-छनकर सामने आ रही है। जानकारों की माने तो लगभग 10 करोड़ रूपये से अधिक के फर्जी परमिट काटकर किसानो के नाम पर कर्जा दर्शाने का मामला सामने आया है।
वर्तमान मे सेवा सहकारी समिति गाताडीह में ही उच्चभिठी गांव से लगभग 34 किसानो ने एसडीएम सारंगढ़ को शिकायत देकर कार्यवाही की मांग किया है। वही पूरे अंचल में फर्जी ढंग से खाद-बीज-कीटनाशक का कर्ज दर्शाकर बड़ा घोटाला की आशंका साफ तौर से दिख रही है। पूरे मामले मे सूक्ष्म जांच होने पर बड़ा मामला सामने आ सकता है।
सारंगढ़ ब्लॉक के गाताडीह सेवा सहकारी समिति अभी से नही लंबे समय से काफी विवादित और चर्चित सेवा सहकारी समिति रहा है। धान खरीदी के बाद धान का उठाव की बात हो या किसानेा के नाम पर फर्जी खाद और बीज का कर्जा दर्शाने की बात हो गाताडीह सोसायटी मे यह सब काम धड़ल्ले से चल रहा है। जानकारी के अनुसार गाताड़ीह सोसायटी के अर्न्तगत आने वाला उच्चभिठी गांव के लगभग 34 किसानो ने एसडीएम सारंगढ़ को ज्ञापन सौपकर उनके नाम पर खाद-बीज और कीटनाशक का फर्जी परमिट काटा गया है तथा उनके नाम पर कर्जा दर्शाया गया है। जबकि उनके द्वारा कोई कर्जा सोसायटी से नही लिया गया है। जब उन्होने धान का विक्रय किया तथा बैंक के माध्यम से भुगतान प्राप्त हुआ तो ज्ञात हुआ कि उनके नाम पर हजारो रूपये का कर्जा दर्शाया गया था तथा उसको धान के भुगतान से काट दिया गया। परेशान तीन दर्जन से अधिक किसानो ने एसडीएम सारंगढ़ से मुलाकात कर अपनी समस्या रखी तथा पूरे मामले की लिखित शिकायत कर दोषीयो पर कड़ी कार्यवाही की मांग किया।
इस मामले में मिल रही जानकारी के अनुसार अब इसे लेकर धरना प्रदर्शन शुरू करने की बात आ रही है। अब सवाल उठता है कि इतने बड़े घोटाले को अंजाम देने के पीछे किसका हाथ है यह क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। खास बात ये है कि मामला सामने आने के बाद प्रशासन का भी रवैया ढुल मूल ही नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि यदि इसकी जांच हो जाये तो यह घोटाला और बड़ा हो सकता है।