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सार्वजनिक वितरण प्रणाली के उपभोक्ताओं को एकमुश्त मिलेगा मई और जून माह का खाद्यान्न- मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल महापौर एवं पार्षद निधि का हो सकेगा कोरोना नियंत्रण एवं उपचार की व्यवस्था में उपयोग

रायगढ़, 22 अप्रैल2021/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज राज्य के नगर निगम क्षेत्रों में कोरोना महामारी के नियंत्रण, उपचार एवं जरूरतमंद लोगों की मदद के संबंध में महापौर, कलेक्टर एवं निगम आयुक्तों की वर्चुअल बैठक लेकर अद्यतन स्थिति की गहन समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की गंभीर चुनौती हमारे सामने है। राज्य के नगरीय इलाकों में विशेषकर नगर निगम क्षेत्रों में कोरोना संक्रमितों की संख्या अत्यधिक है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में निगम क्षेत्रों में साफ.-सफाई, मेडिकल वेस्ट के निष्पादन, होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को दवाओं तथा राशन, फल-सब्जी के आपूर्ति की व्यवस्था की बड़ी जिम्मेदारी नगर निगमों पर है। उन्होंने कोरोना संकट काल में उक्त जिम्मेदारियों के सफल निर्वहन के लिए नगरीय निकायों के पदाधिकारियों एवं अधिकारियों-कर्मचारियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि कोरोना की चुनौती से निपटने के लिए हम सबको बिना थके, बिना रूके सामंजस्य के साथ काम करना है। उन्होंने कहा कि लोगों को किसी भी तरह की असुविधा न हो, इसका विशेष रूप से ध्यान रखा जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आगे कहा कि कोरोना के मरीजों को उनके जरूरत के अनुरूप रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति अस्पतालों के माध्यम से की जाएगी। मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी चिकित्सालयों में अग्निशमन की व्यवस्था की जांच-पड़ताल के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना लक्षण वाले लोगों को तत्काल दवाओं की किट प्रदान किए जाने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कोरोना से संक्रमित ऐसे लोग, जो होम आइसोलेशन में रहकर उपचार करा रहे हैं, उनके परिजनों को संक्रमण से बचाने के लिए मार्गदर्शन एवं एहतियाती तौर पर आवश्यक दवाएं भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कोरोना संकट काल में राज्य के सार्वजनिक वितरण प्रणाली उपभोक्ताओं को मई एवं जून माह का राशन एकमुश्त उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने लॉकडाउन की अवधि में राजनीतिक दल और दानदाताओं के सहयोग से जरूरतमंदों को सूखा राशन एवं गर्म भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश कलेक्टरों एवं निगम आयुक्तों को दिए। मुख्यमंत्री ने बाहर से आने वाले श्रमिकों एवं अन्य लोगों की कोरोना टेस्टिंग की व्यवस्था के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इसके लिए रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंडों एवं राज्य के सीमावर्ती चेक पोस्टों पर कोरोना टेस्टिंग टीम अनिवार्य रूप से तैनात की जानी चाहिए। बिना टेस्टिंग बाहर से आने वाले को राज्य की सीमा में प्रवेश न दिया जाए।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि नगर निगमों को उनके प्रस्ताव के अनुसार इलेक्ट्रिक शवदाह गृह की स्थापना की मंजूरी दी जाएगी। राज्य सरकार द्वारा आगामी एक मई से राज्य में 18 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों को कोरोना का टीका लगाए जाने के निर्णय के क्रियान्वयन के लिए मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की कमेटी गठित किए जाने तथा टीकाकरण की कार्ययोजना तैयार करने के भी निर्देश दिए।

स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने वर्चुअल बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में राज्य में कुल कोरोना संक्रमितों में से 43 प्रतिशत लोग शहरी क्षेत्रों के हैं। कोरोना संक्रमितों के उपचार को लेकर सबसे ज्यादा दबाव भी शहरी क्षेत्रों में है। उन्होंने मेडिकल कॉलेजों में आईसीयू बेड की संख्या बढ़ाए जाने के संबंध में की जा रही कार्यवाही की जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति एवं आरटीपीसीआर टेस्ट सेम्पल लिए जाने के संबंध में भी विस्तार से जानकारी दी। बैठक को नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ.शिव कुमार डहरिया ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने साफ.-सफाई व्यवस्था में लगे कर्मियों को सुरक्षा उपकरण जैसे मास्क, हैण्डग्लोब्स एवं अन्य संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश निगम आयुक्तों को दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश अनुसार महापौर एवं पार्षद निधि से कोरोना पीडि़तों के इलाज के लिए दवाएं उपकरण एवं अन्य व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने गर्मी के मौसम को देखते हुए नगरीय क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति तथा पीलिया की रोकथाम के लिए विशेष उपाय किए जाने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन एवं अपर मुख्य सचिव गृह श्री सुब्रत साहू ने कलेक्टरों एवं निगम आयुक्तों को लॉकडाउन के अवधि में आवश्यक सामग्रियों की होम डिलिवरी, नगरीय क्षेत्रों में रिक्त भवनों को कोविड केयर सेंटर के रूप में स्थापित करने हेतु स्वास्थ्य विभाग को सौंपने, जरूरतमंदों को फूड पैकेट का वितरण सुनिश्चित करने के साथ ही लोगों की सहूलियत के लिए कंट्रोल रूम स्थापित करने निर्देश दिए। बैठक में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने एक-एक कर सभी नगर निगम क्षेत्रों के महापौर, कलेक्टर एवं निगम आयुक्तों से साफ.-सफाई, होम आइसोलेशन, वैक्सीनेशन, सब्जी-फल एवं राशन की सप्लाई, गरीबों एवं निराश्रितों के लिए सूखा राशन एवं भोजन की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। वीडियो कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी और नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव श्रीमती अलरमेलमंगई डी. भी मौजूद थी।

इस समीक्षा बैठक में महापौर श्रीमति जानकी काटजू, कलेक्टर श्री भीम सिंह, नगर निगम आयुक्त श्री आशुतोष पांडेय, अपर कलेक्टर श्री आर.ए.कुरुवंशी शामिल हुए। रायगढ़ नगर निगम अंतर्गत की गई तैयारियों के बारे में आयुक्त श्री आशुतोष पांडेय ने बताया कि इस महामारी के दौर में कलेक्टर श्री भीम सिंह के मार्गदर्शन में नगर निगम क्षेत्र में सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संचालित है। उन्होंने सफाई व्यवस्था के बारे में बताया कि वर्तमान में 208 गाडिय़ां और 300 स्वच्छता दीदी व 200 सफाई कामगार सहित 500 लोग शहर की साफ.-सफाई व्यवस्था में लगे हुए हैं। शहर के 11 हॉस्पिटल्स से मेडिकल वेस्ट का कलेक्शन अरोमा कंपनी के द्वारा किया जा रहा है। जिसका निपटान डीप बरीयल पद्धति से किया जा रहा है। होम आइसोलेटेड मरीजों के घरों से कचरा कलेक्शन के लिये पृथक टीम तैनात की गयी है।

नगरीय निकाय में कार्यरत फ्रंट लाइन वर्कर्स का शत-प्रतिशत टीकाकरण हो चुका है। वहीं 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के कोविड टीकाकरण में शहर के लिए आबंटित लक्ष्य के विरुद्ध 70 प्रतिशत लोगों को टीका लगाया जा चुका है। शेष बचे लोगों के टीकाकरण को जल्द पूरा करने के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। इसके लिए 07 वाहन लगाए गए हैं। साथ ही टीकाकरण के दौरान उनके खाने-पीने की व्यवस्था भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि कलेक्टर श्री सिंह के निर्देश पर नगर निगम में भी एक टीकाकरण केन्द्र खोला जा रहा है। जनप्रतिनिधियों व सामाजिक संगठनों का सहयोग टीकाकरण को बढ़ाने तथा कोविड नियंत्रण व मरीजों से जुड़े संसाधनों तथा व्यवस्थाओं के लिए लिया जा रहा है। शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत संचालित एमएमयू में भी कोविड वैक्सीनेशन का काम जल्द प्रारम्भ होने जा रहा है। होम आइसोलेटेड मरीजों का भी विशेष ख्याल रखा जा रहा है। उनके घरों से कचरा कलेक्शन के साथ  दवाई की किट पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। बाहर से आने वाले श्रमिकों व यात्रियों के लिए 4 शासकीय व 8 पेड क्वारेंटिंन सेंटर तैयार कर लिए गए हैं। 157 वेंडर्स को सब्जी, फल व राशन को कार्ट में विक्रय एवं होम डिलीवरी के लिये पास जारी किया गया है। जिससे लॉकडाउन में भी लोगों को घर बैठे जरूरी चीजें आसानी से मिल सकें। लॉकडाउन प्रारम्भ होने के पूर्व दिहाड़ी व चावड़ी मजदूरों को 14 दिन का, के लिए सूखा राशन वितरित किया गया है। कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन करने लगातार प्रचार प्रसार किया जा रहा है। कचरा कलेक्शन वाली गाडिय़ों में इससे संबंधित आडियो मैसेज प्रसारित किए जा रहे हैं। नगर निगम में लगे पब्लिक एड्रेस सिस्टम से भी यह संदेश लगातार चलाया जा रहा है। लोगों द्वारा कोविड गाइडलाइन्स का पालन किया जाए इसके लिए निरंतर जांच अभियान चलाया जा रहा है। मास्क नही पहनने वालों से अब तक 9 लाख 14 हजार का जुर्माना वसूला गया है। 3 प्रतिष्ठानों पर एपिडेमिक एक्ट के तहत कार्यवाही की गयी है।
महापौर श्रीमति जानकी काटजू ने इस अवसर पर सबसे पहले मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन का खर्च सरकार द्वारा वहन करने के निर्णय को ऐतेहासिक बताते हुए बहुत बहुत धन्यवाद दिया। उन्होंने कोरोना मरीजों के उपचार हेतु रायगढ़ को और वेंटिल्टर्स प्रदान करने तथा 2 करोड़ रुपये की सहायता राशि की मांग की। मेयर श्रीमती जानकी काटजू ने शव के दाह संस्कार के लिए विद्युत शव दाहगृह बनाने फंड की मांग की। इसी तरह कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए शहर में आवश्यकता अनुसार सेनेटाइज्ड करने के लिए एक मिनी फायर बिग्रेड के लिए फंड की मांग की। इसी तरह मेयर श्रीमती काटजू ने गोठान के संवर्धन के लिए 25 लाख रुपए और शहर के सफाई कामगारों के लिए सुरक्षा उपकरण खरीदने हेतु विशेष फंड स्वीकृत करने की बात कही। मेयर श्रीमती जानकी काटजू की सभी मांग पर सकारात्मक कार्यवाही करने की बात मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कही।

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