कोरोना को हराने का मूलमंत्र, उसे अकेला छोड़ दो…सतर्कता ही बचाव है…सफाई, मास्क औऱ सेनेटाइजर को बना लें दिनचर्या का हिस्सा- IG रतनलाल डांगी..
हमेशा लोगों को ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक संदेश देने वाले सरगुजा रेंज के IG रतन लाल डांगी कोरोना आपदा को लेकर कहा है कि कोरोना के साथ कैसे जीना है, सतर्कता ही बचाव है। कोरोना संक्रमण लगातार देश व दुनिया में बढ रहा है। इक्कीसवीं सदी मे मानव जाति के समक्ष अब तक की सबसे बड़ी चुनौती कहे तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।एक ऐसा संकट जो ग्लोबल है। पूरी दुनिया के डाक्टर, वैज्ञानिक रात-दिन डटे हुए हैं इसकी वैक्सीन की खोज मे लेकिन अभी तक सबके हाथ खाली हैं। लगभग सभी देशों ने पारम्परिक तरीका जिसे लाकडाउन कहते है अपनाया है,जिससे कुछ हद तक कोरोना को काबू तो किया है लेकिन इसकी जो कीमत चुकाई गई हैं वो सबके सामने है। आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक सभी गतिविधियों पर रोक लग गई है,दुनिया आर्थिक मंदी का सामना कर रही हैं, बेरोजगारी उच्चतम स्तर पर आ गई हैं, सामाजिक सरोकार बदल गए हैं। विश्व के देशों मे आपस मे अविश्वास पैदा हो गया है।तनातनी का माहौल बन गया है। जीवन को पटरी पर लाने के लिए अब सरकारे लोगों को घरों से बाहर आकर कोरोना के साथ लड़ते हुए आगे बढ़ने के लिए कह रही है,क्योंकि कि इसके अलावा अब कोई विकल्प नहीं बचा है ,अतः सबको काम के लिए बाहर आना ही पड़ेगा।
ऐसी स्थिति में हम सबका दायित्व है कि हम कोरोना से डरे नहीं ,बल्कि उससे लड़े ।और अपनी जीवन की गाड़ी को आगे बढ़ाएं।
IG ने आगे कहा कोरोना को हराने का एक ही मूलमंत्र है, उसे अकेला छोड़ दो, एकांत में वो अपनी मौत स्वयं ही मर जाएगा, एकांत में उसका दम घुटता हैं। उसे अकेला करने के लिए कुछ मंत्र है उसे हम कंठस्थ करके दैनिक जीवन में उतार लें उनका पालन करना शुरू कर दें तो कोरोना आपके पास कभी नहीं आ सकता।
IG डांगी ने कहा सबसे पहले साफ सफाई से रहने की आदत बना लें, मास्क को शरीर का हिस्सा बना लें, जब भी बाहर निकले बिना मास्क के न निकले चाहे कोई आपको कहे या न कहें। सेनिटाइजर को जेब मे रखिए।
वर्क पलैस, बाजारों, यात्रा के समय फिजिकल डिस्टेंस का अनिवार्य रूप से पालन करें। भीडभाड़ की जगह जाने से परहेज करें। बाजारों से खरीददारी के समय नोट गिनते समय थूंक लगाने से बचे, सब्जी, फलों को काम लेने से पहले अच्छे से धो लीजिए। हाथों से बार बार मुंह, नाक ,कान को छूने से बचिए। घर पहुंचते ही जूते बाहर उतारे, हाथ धोकर ही अंदर जाएं। कपड़े बाथरूम मे ही डाल दें। दूसरे दिन दूसरे ही कपडे पहने, आफिस से फाईल भी घर लाने से बचिए। ध्यान रखे बच्चे, बुजुर्ग, गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोग काफी संवेदनशील होते है,उनको बाहर जाना जरूरी होने से ही घर से बाहर निकाले।
उन्होंने कहा कोरोना के लक्षण दिखने पर तुरंत डाक्टर से सम्पर्क करे, घरेलू नुस्खों, अप्रशिक्षित झोला छाप डाक्टरों से बचिए। शासन, प्रशासन के द्वारा जारी निर्देशों का अक्षरःस पालन कीजिए। सतर्कता ही बचाव है। कोरोना से डरना नही है,कोरोना से लड़ना है।