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आक्रोशित ग्रामीण ट्रांसफॉर्मर को घनी आबादी से दूर स्थापित करने के लिए बैठे धरने पर …. करंट की चपेट में हुई थी मौत ……पढ़े पूरी खबर

*आक्रोशित ग्रामीण ट्रांसफॉर्मर को घनी आबादी से दूर स्थापित करने के लिए बैठे धरने पर*

*जमकर की नारेबाजी, ट्रांसफॉर्मर के चपेट में आने से कल हुई थी गोवंश की मृत्यु*

 

रायगढ़ ब्लॉक के ग्राम पंचायत कोतरा में ग्रामीणों की आक्रोश की बड़ी ख़बर निकल कर सामने आ रही है जहां ग्रामीण ट्रांसफार्मर को दूसरे स्थान पर विस्थापित करने के लिए ट्रांसफार्मर के सामने धरने पर बैठ गए और बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी करने लग गए।
मिली जानकारी अनुसार कल रात एक गाय ट्रांसफार्मर के समीप जाने के बाद बिजली की चपेट में आ गया जहां उसकी मौत हो गई। ज्ञात हो की ट्रांसफार्मर जिस स्थान पर स्थापित हैं वह आसपास इलाका घनी आबादी वाला बस्ती हैं व पास में ही धार्मिक स्थल तथा सांस्कृतिक चबूतरा है जिसमे धार्मिक आयोजन होते रहते हैं व सैकड़ों की भीड़ जमा होती हैं इसके अलावा ट्रांसफार्मर को न किसी तरह से कंटीले तारों से घेरा गया है न ही अन्य सुरक्षा के उपाय है ट्रांसफार्मर का नीचे का तार पूरी तरह से छतिग्रस्त हो चुका है इसके अलावा ट्रांसफार्मर के पास में नीम का पेड़ है जो लगभग ट्रांसफार्मर से जुड़ा हुआ है जिसकी कटाई बिजली विभाग द्वारा नही की जा रही है इसके अलावा ट्रांसफार्मर के पास में नाली हैं व आसपास कच्ची मिट्टी होने के कारण विद्युत नीम के पेड़ में संचालित होती हैं व आसपास की गीली मिट्टी में भी विद्युत को महसूस किया जाता रहा है ।

गाय की मृत्यु के बाद आक्रोशित ग्रामीण मौके पर पहुंचे जिसके बाद कुसमुरा फिटर बिजली विभाग को सूचना दी गई सूचना मिलने पर कुसमूरा फीटर के कर्मचारी व जूनियर इंजीनियर अ. खान मौके पर पहुंचे जिन्होंने ग्रामीणों को गैरजिम्मेदराना बात कहते हुए कहा कि घटना दुर्घटना कहीं भी हो सकती हैं इसमें हम कुछ नहीं कर सकते आप लोग को आपका मुवाजवा मिल जायेगा जिसके बाद ग्रामीणों ने जान की कीमत मुवावजे से बड़ा बताते हुए भविष्य में जान माल का नुकसान का अंदेशा जताया व उक्त मुद्दे पर ग्रामीणों ने क्षेत्र के विधायक व उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल के पास जाना बताया जिसके जवाब में कुसमुरा फीटर के जूनियर इंजीनियर अ. खान द्वारा कहा गया की जिस मंत्री विधायक के पास जाना चाहते हो जा सकते हो मुझे नही किसी का डर नहीं है। जिसके बाद ग्रामीण मौके पर ही धरने पर बैठ गए व बिजली विभाग के खिलाफ ट्रांसफार्मर को दूसरे स्थान पर स्थापित करने के लिए नारेबाजी करने लगे। जिसके बाद कोई सुनवाई नहीं होने के बाद ग्रामीण कुसमुरा फीटर के कार्यालय पहुंचे लेकिन ग्रामीणों की आवाज कोई सुनने के लिए बिजली विभाग के अधिकारी तैयार नहीं हैं बिजली विभाग के द्वारा ग्रामीणों को सिर्फ आश्वासन दिया गया हैं।

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