
IG डांगी को वाट्सएप पर नौकरी के नाम पर महिला से ठगी की मिली शिकायत..आईजी ने तत्काल एफआईआर दर्ज कराकर… कापी वाट्सएप पर ही भेज दी प्रार्थी को …4 लाख की हुई थी ठगी…
अनूप बड़ेरिया
सरगुजा रेंज के सह्रदय IG रतन लाल डांगी ने जब से अपने विभाग और आम लोगों के लिए अपना सरकारी मोबाइल नंबर सार्वजनिक किया है। तब से विभागीय कर्मचारियों और उनके परिजनों के साथ जरूरतमंदों और आम लोगों की परेशानियां चुटकियों में दूर हो रही है।
कुछ इसी प्रकार से सूरजपुर थाना अंतर्गत श्रीमती साधना जायसवाल पति गणेश उम्र 35 निवासी शिवप्रसाद नगर जिला सूरजपुर के साथ तीन आरोपियों ने नौकरी दिलाने के नाम पर ₹4 लाख की ठगी कर ली थी।और नौकरी भी नहीं लगाई और न ही पैसे वापस कर रहे थे एवं पुलिस ने शिकायत लेंने के बाद कोई भी कार्यवाही नहीं की। इन सबसे परेशान होकर पीड़िता ने इसकी जानकारी सरगुजा रेंज के संवेदनशील आईजी रतनलाल डांगी को फोन पर पूरी जानकारी दी। आईजी ने थाना में को गई शिकायत को व्हाट्सएप पर भेजने बोला। जैसे ही शिकायत मिली IG नेे फौरन ही पुलिस अधीक्षक और थाना प्रभारी को एफआईआर दर्ज करके रिपोर्ट करने बोला । तत्काल एफ आई आर दर्ज की गई और इसकी कॉपी पीड़िता को व्हाट्सएप पर ही भेज दी। जिसके बाद अब पीड़िता को न्याय मिलने की उम्मीद जाग चुकी है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग में भृत्य के पद हेतु विज्ञापन प्रकाशित हुआ था. विज्ञापन के अनुसार पीड़िता साधना जायसवाल ने फार्म भरकर जागीर सिंह पिता बुर्षभान सिंह निवासी ग्राम कुसमुसी, चौकी बसदेई थाना सूरजपुर को फार्म को जमा करने के लिए दिया। फार्म भरने के बाद जागीर सिंह और रवि पिता श्याम दास बघेल दोनों ने कहा कि अगर कुछ खर्च करोगे तो हम लोग तुम्हारी नौकरी लगवा सकते हैं। मैं अपनी पत्नी यमुना सिंह की भी नौकरी लगवाया हूं।आरोपी जागीर की पत्नी यमुना सिंह ने बताया कि अगर तुम पैसा खर्चा करोगी तो तुम्हारी नौकरी भी मेरे पति लगवा देंगे, उनकी अच्छी सेटिंग सीएमओ वैश्य से है।
इसके बाद लगातार जागिर और रवि पीड़िता श्रीमती साधना जायसवाल के घर आया करते थे और नौकरी लगवाने के नाम पर चार लाख रूपए की मांग करते थे। पीड़िता पैसे व्यवस्था करने की बात कहती रहती थी जब विभाग में नियुक्ति होने लगी, तब आरोपी जागीर और रवि पुनः आवेदिका के घर आए और कहे कि तुम कल पैसा लेकर कलेक्टर आफिस में आओ, नियुक्ति की बातचीत सीएमओ से हो गयी है। तब आवेदिका 4 दिसम्बर 2018 को उसकी बातों पर विश्वास कर चार लाख रूपए लेकर सूरजपर कलेक्टर ऑफिस के पास मौजूद जागिर सिंह को पैसे दी। उस वक्त यमुना सिंह और रवि तीनों लोग मौजूद थे। जिस वक्त कलेक्टर आफिस के अंदर पीड़िता साधना जायसवाल के पति गणेश ने इसका वीडियो छिप कर बना लिया। इसके बाद जब पीड़िता की जॉब नही लगी तो उसने आरोपियों से पैसे की मांग की। तब आरोपीगण पैसे देने में आनाकानी करने लगे। परेशान पीड़िता ने इसकी शिकायत सूरजपुर थाने में दर्ज कराई। जब काफी दिनों तक कार्रवाई नहीं हुई तो इसकी जानकारी कल दोपहर में व्हाट्सएप के माध्यम से सरगुजा रेंज के आईजी रतन लाल डांगी को दी जिसके बाद ही यह कार्रवाई संभव हो सकी।