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नटवर स्कूल का नाम बदलने व हिन्दी माध्यम स्कूल को बन्द किये जाने की खबर से नटवर स्कूल के बच्चों का फूटा गुस्सा ….हजारों छात्र छात्राओं ने विरोध में निकाले शहर मे रैली और की जमकर नारेबाजी ..

 

रायगढ़।

नटवर स्कूल मे वर्तमान सत्र मे अध्ययनरत छात्र छात्राओं ने आज सुबह नटवर स्कूल के नाम बदलने व हिन्दी माध्यम की कक्षायें बन्द किये जाने संबंधी खबर सुनकर नटवर स्कूल मैदान मे हजरों छात्र छात्राओं ने पहुंचकर जमकर नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया। उक्त विरोध प्रदर्शन मे स्कूली बच्चों के साथ सामाजिक व राजनीतिक दल कार्यकर्ता, शहर के बुद्धिजीवी वर्ग के लोग, स्कूल से जुडे पूर्व छात्र, राजपरिवार के सदस्य आदि शामिल हुये ।


आज सुबह करीब 9 बजे नटवर स्कूल मैदान पहुंचकर छात्र छात्राओं ने अपना विरोध तीखा प्रदर्शन किया तथा नारेबाजी की। उन्होंने नही किसी से भीख माँगते – हम अपना अधिकार माँगते , नटवर स्कूल के नाम के साथ बदलाव नही चलेगा , कलेक्टर साहब न्याय कीजिये, लडेंगें और जीतेगें , शहर की विरासत से छेडछाड़ नही चलेगा जैसे नारे लगाते हुये नटवर स्कूल प्रांगण से एसपी बंगला, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ चौक , एसपी आफिस , सुभाष चौक, गद्दी चौक, सिटी कोतवाली , घड़ी चौक , सतीगुड़ी चौक , कलेक्टर बंगला होते हुये पुनः नटवर स्कूल मे अपनी रैली समाप्त की। वही रैली समापन के पश्चात नटवर हाई स्कूल मैदान पर उपस्थित सैकड़ों छात्र छात्राओं ने तहसीलदार  को अपनी मांग से अवगत कराते हुए ज्ञापन सौंपा।


छात्र-छात्राओं का साफ कहना था कि विगत कई वर्षों से संचालित शासकीय नटवर स्कूल के नाम के साथ छेडछाड बिल्कुल बर्दास्त नही किया जायेगा , इस नटवर स्कूल से पढ़कर निकले विद्यार्थी प्रशासनिक सेवा, पुलिस , न्यायिक सेवा, राजनीतिक व सामाजिक क्षेत्र में आगे बढकर स्कूल का नाम और शहर का नाम रोशन कर रहे हैं वहीं नटवर स्कूल शहर के साथ ही साथ प्रदेश की अमूल्य धरोहर के रूप मे है तथा यह शहर का सबसे पुराना व सबसे बड़ा स्कूल है।
ज्ञात हो कि इस स्कूल मे वर्तमान सत्र मे लगभग 1100 के स्कूली बच्चे अध्ययन कर रहे हैं , इस तरह अचानक नटवर स्कूल का नाम बदलने व हिन्दी माध्यम की कक्षायें बन्द होने की खबर से एक बार सभी अध्ययनरतछात्रों व शहर के नागरिकों का गुस्सा फूट पड़ा है l


अतः जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग को जल्द वास्तविकता से अवगत कराना चाहिये कि नटवर स्कूल का नाम बदलने व हिन्दी माध्यम की कक्षायें बन्द होने की खबर मे कितनी सच्चाई है तथा भविष्य की क्या योजना है जिससे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न हो तथा किसी प्रकार की भ्रम की स्थिति न बनी रहे व हिन्दी माध्यम स्कूल के बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित न हो।

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