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गर्व से लहराया तिरंगा…एग्रीकल्चर कॉलेज में…

राष्ट्रीय पर्व 26 जनवरी गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ स्व. डॉ. रामचन्द्र सिंहदेव कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, कोरिया में मनाया गया। इस कार्यक्रम में अध्यक्षता कर रहे अधिष्ठाता डॉ. डी. के. गुप्ता सहित महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण डॉ. एन. के. मिश्रा, डॉ. एस. के. घृतलहरे, डॉ. संदीप नवरंग, डॉ. चित्रलेखा श्याम,  अंकुर गुप्ता,  घनश्याम पटेल, सुश्री रितु, के. पी.पाण्डे,  के.पी. नामदेव, श्रीमती पूनम सिंह,  प्रभात,  के.के.साहू ,  विष्णु, श्रीमति उर्मिला, कृषि विज्ञान केन्द्र के  वैज्ञानिक  बोबड़े,  विजय अनन्त, इंजी. कमलेश , पंकज इत्यादि उपस्थित थे। कार्यक्रम का प्रारंभ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं भारतीय संविधान के शिल्पकार डॉ. भीमराव अंबेडकर जी के चित्र पर पुष्पर्पित एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया।

ध्वजारोहण कार्यक्रम अधिष्ठाता गुप्ता के करकमलों द्वारा सम्पन्न हुआ। मंच संचालन करते हुये डॉ.संजय कुमार घृतलहरे द्वारा बताया गया कि पूर्ण स्वराज्य की मांग सर्वप्रथम 31 दिसम्बर 1929 को लाहौर अधिवेशन के दौरान किया गया। स्वतंत्रता पूर्व महत्वपूर्ण घटनाओं जैसे साइमन कमीशन का विरोध, लाला लाजपतराय की शहादत से लेकर जतिन्द्र नाथ दास, भगत सिंह, बटुकेश्वर दत्त की शहादत ने लोगों के दिलों में ज्वाला जलाने का काम किया जिससे सम्पूर्ण राष्ट्र में पूर्ण स्वराज्य की मांग उठाने लगी। अधिष्ठाता द्वारा बताया गया कि स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात संविधान निर्माण के लिए संविधान सभा का गठन किया गया जिसमें प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव अंबेडकर जी थे। प्रारूप समिति द्वारा 26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान 02 वर्ष, 11 माह, 18 दिनों में बनाकर तैयार कर दिया गया। जिसे 26 जनवरी1950 से सम्पूर्ण राष्ट्र में लागू किया गया। जिसे आज हम सभी गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं। डॉ. एन. के.मिश्रा द्वारा बताया गया कि हमारा राष्ट्र अनेकता में एकता का जीवंत उदाहरण है, हम सबको संकल्पित होकर नवराष्ट्र निर्माण में अपना बहुमूल्य योगदान देना चाहिए। महाविद्यालय के सभी स्टॉफ द्वारा स्वतंत्रता संग्राम से लेकर संविधान निर्माण पर प्रकाश डालते हुये अपने विचार प्रकट किया गया।

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