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जिंदल पैंथर सीमेंट प्लांट की जनसुनवाई ….. प्रभावित दर्जन भर गांवों से जनसमर्थन जुटाने में जुटी कंपनी, कम्पनी के खिलाफ बोलने में ….विस्तार की फाइल नहीं बढ़ानी थी आगे यह कहना है ….लेकिन ये भी क्या करें ये तो …..पढ़े पूरी खबर

 

रायगढ। जिले में फिर से एक बार एक नामी कंपनी अपने प्लांट का विस्तार करने जा रही है। आने वाले दिसंबर महीने में विस्तार के लिए जनसुनवाई रखी गई है। कंपनी के नुमाइंदे प्रभावित गांव के लोगों को रिझाने की कोशिशों में जुट गए हैं। फैक्ट्री से होने वाले प्रदूषण से पहले ही लोग बेहाल हैं एनजीटी पहले ही क्षेत्र में नए उद्योग और पुराने उद्योगों के विस्तार में प्रतिबंध लगा चुकी है किंतु इस ओर किसी भी अधिकारी ने तवज्जो देने की जरा भी जहमत नहीं उठा रहे है। यह लोग सही बोलते हैं की अधिकारी तो उद्योगपतियों की गोद में बैठे होते हैं वे इनके खिलाफ न तो बोलने का साहस जुटा पाते हैं और न ही इनके खिलाफ कलम चलाने का दुस्साहस कर पाते हैं। ऐसे में जब जिंदल के सीमेंट प्लांट का और विस्तार हो जाने से शहर और बुरी तरह से प्रदूषण की भेंट चढ़ जायेगा। पहले ही समूचा शहर भयंकर प्रदूषण की चपेट में है। दरअसल जानकारों की मानें तो संबंधित विभाग के अधिकारियों को विस्तार के लिए आगे फाइल ही नहीं बढ़ानी चाहिए थी। लेकिन अधिकारियों को इससे कोई सरोकार नहीं है क्योंकि वे तो पहले ही उनके गोद में बैठे होते हैं और उन्हें नौकरी करनी है चंद साल में उनका स्थानातरण हो जायेगा वे चले जायेंगे भूतेगी तो सिर्फ शहर की आम जनता। दर असल पर्यावरण विभाग की सिर्फ कागजी और खानापूर्ति कारवाई ने आम जन मानस को भयंकर प्रदूषण के घेरे में ला खड़ा किया है।

दर असल जिंदल पैंथर सीमेंट का निर्माण जेएसपीएल रायगढ़ स्थित संयंत्र में किया जा रहा है। इसकी उत्पादन क्षमता 0.7 मिलियन टन प्रति वर्ष है। कंपनी इस क्षमता को बढ़ाकर 3 मिलियन टन सालाना करने की योजना बना रही है। इसके लिए एक नया प्लांट कोसमपाली में कंपनी खोलने जा रही है जिसकी पर्यावरणीय जनसुनवाई 29 दिसंबर 2022 को रखी गई है।

जाने-माने उद्योगपति नवीन जिन्दल के नेतृत्व वाली कंपनी जिन्दल स्टील एंड पावर के सीमेंट प्लांट लगाने के इस फैसले से जिन्दल पैंथर नाम से बाजार में अग्रणी सीमेंट ब्रांड की उपलब्धता बढ़ जाएगी। इस सीमेंटप्लांट से 25 लाख टन सीमेंट एवं 25 लाख टन क्लिंकर प्रतिवर्ष उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। पर्यावरण आवश्यकताओं और समय की मांग के अनुरूप प्लांट में ऊर्जा संरक्षण की भी व्यवस्था की गई है और 12 मेगावाट के वेस्ट हीट रिकवरी सिस्टम से इस नए प्लांट को चलाने का दावा किया गया है।
जिंदल पैंथर सीमेंट प्लांट की स्थापना रायगढ तहसील के अंर्तगत आने वाले ग्राम कोसमपाली, बरमुडा, धनागर, सराईपाली में की जाएगी। जिंदल के इन नए प्लांट के स्थापना के लिए लोक सुनवाई 29 दिसंबर को प्रातः 11 बजे कोसमपाली बस्ती पुराना रेल्वे क्रासिंग के समीप मैदान में रखी गई है। नए प्लांट के स्थापना के लिए पर्यावरणीय स्वीकति मिलने में कोई कठिनाई न आए इसके लिए जिंदल प्रबंधन ने तैयारी शुरु कर दी है। इस परियोजना से प्रभावित गांव कोसमपाली, बरमुडा, सराईपाली, धनागर, जोरापाली, परसदा, पतरापाली, बघनपुर, गेजामुडा, खैरपुर, चिराईपानी, कलमी समेत अन्य गांवों में जनसमर्थन जुटाने की कोशिश में जुट गई है। अब देखने वाली बात होगी कि जिंदल के इन नए परियोजना को ग्रामीणों का समर्थन मिल पाता है या नहीं।

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