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रायगढ़ जिले में ऑपरेशन लोटस को लेकर कांग्रेस हाईकमान सकते में ….जनमत के विरुद्ध मोडानी का पूंजीवाद से संभावित प्रत्याशियों पर कब्जा…कांग्रेस अपने संभवित प्रत्याशीयों की खंगाल रही मोडानी कनेक्शन…… हो रहा सर्वें…..

 

रायगढ़।

चुनाव एक ऐसा लोकतांत्रिक प्रक्रिया है जिससे उद्योग जगत सबसे ज्यादा प्रभावित होता है चुनावों में अंदर खाने से प्रत्याशी चयन और हार जीत तक प्रभावित होता है। दिल्ली में रायगढ़ जिला इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि रायगढ़ एक न सिर्फ स्टील सिटी ही नहीं बल्कि एक बड़ा पावर हब के तौर पर भी पटल पर है यानि एक औद्योगिक नगरी के रूप में विख्यात है, ऐसे में भाजपा का ऑपरेशन लोटस ने कांग्रेस आलाकमान की नींद उड़ा दिया है।
रायगढ़ जिले के औद्योगिकरण के फलसफे ने राजनीतिक पार्टियों पर औद्योगिक घरानों ने अपना शिकंजा कस रखा है।दौड़ती भागती राजनीतिक व्यवस्था में पूंजीवाद का अपना एक अलग स्थान रहता है और इसी पूंजीवाद ने कर्नाटका,मध्यप्रदेश,महाराष्ट्र जैसे प्रदेशों में सरकारों को मोडानी की बिक्री लिवाली के कारण जनता के द्वारा दिए गए जनमत को किस तरह पलट दिया था जो किसी से छिपी नहीं है।
रायगढ़ जिले के वृहद ओद्योगीकरण से राजनीतिक व्यवस्था भी अछूती नहीं है और यहां भी अडानी हो या मोडानी भाजपा हो या कांग्रेस में अंदरूनी पैठ सी हो गई है।

अंदर खाने के सूत्रों के हवाले से मिल रही जानकारी के अनुसार बीजेपी कांग्रेस के संभावित उम्मीदवारो से मोडानी के संपर्क में है। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विगत दिनों कांग्रेस की हुकूमत को छत्तीसगढ़ में मोडानी के द्वारा ऑपरेशन लोटस चलाए जाने की खबर ने हिलाकर रख दिया है। मिल रही जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ में प्रत्येक विधान सभा अनुसार कांग्रेस के टॉप 3 से 4 विधानसभा उम्मीदवार मोडानी के फिक्रमंद अर्थ व्यवस्था के साथ संपर्क में रहने के प्रयास में जुटे हैं।
अब रायगढ़ ओद्योगिक नगरी के हिसाब से बात की जाए तो जिले में यह किसी से छिपी हुई नहीं है कि रायगढ़ और लैलूंगा विधान सभा में मोडानी की पैठ गहरी है और इसकी जानकारी संभवतः सभी को है और राजनीतिक सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार इन दोनों विधान सभा में मोडानी के लोगों ने दोनो ही पार्टियों के टॉप 3 से 4 संभावित उम्मीदवारों से सुरभि संधि स्थापित कर भविष्य में हार्ष ट्रेडिंग के तहत या तो चुनाव में विडियो जारी करना या चुनाव के पश्चात हुई हार जीत से सरकारें पलटने का प्रयास हो सकता है और यह ऑपरेशन लोटस छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस के प्रत्याशीयों को फंसा कर आने वाली सरकार के लिए गंभीर चुनौती या संकट बन सकता है। जैसा कि हमने कर्नाटका, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र जैसे प्रदेश में देख चुके हैं।

 

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