स्वयं के साथ समाज का करें विकास…आने वाली चुनौतियों के लिए तैयार रहे छात्र…पीजी कालेज में…एनएसएस की मनाई गई स्वर्ण जयंती..
अनूप बड़ेरिया
शासकीय रामानुज प्रताप सिंहदेव स्नातकोत्तर महाविद्यालय बैकुण्ठपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्थापना दिवस के अवसर पर विभिन्न बौद्धिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस वर्ष इस दिवस को राष्ट्रीय सेवा योजना के पचास वर्ष पूर्ण होने पर स्वर्ण जयंती वर्ष के रूप में मनाया गया। साथ ही महात्मा गांधी के जन्म के एक सौ पचास वर्ष पूर्ण होने पर उनकी स्मृति में विविध कार्यक्रम भी आयोजित किये गए।
इस दौरान प्रमुख रूप से शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल बैकुण्ठपुर के पूर्व प्राचार्य उमाकांत शुक्ल, पूर्व बीइओ शंकर सुमन मिश्र तथा जिला शिक्षा विभाग में सहायक परियोजना अधिकारी के रूप में पदस्थ जय वाजपेयी उपस्थित रहे।
प्राचार्य डॉ. ए. सी. गुप्ता ने महाविद्यालय के विद्यार्थियों को समाज व राष्ट्र सेवा में संलग्न रहने को प्रेरित करते हुए अध्ययन व स्वाध्याय पर बल दिया।
जय वाजपेयी ने विद्यार्थियों को समाज तथा स्वयं के विकास के लिए हमेशा तत्पर रहने का आग्रह किया।
शंकर सुमन मिश्र ने विद्यार्थियों को भविष्य में आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए खुद को तैयार रहने हेतु प्रेरित किया। साथ ही स्वामी विवेकानंद व महात्मा गांधी जी के विचारों के अध्ययन व मनन पर जोर दिया, जिस से मनोबल में वृद्धि हो व सेवा भाव के महात्म्य को समझा जा सके।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी द्वय डॉ. प्रीति गुप्ता तथा डॉ. विनय कुमार शुक्ला की महत्वपूर्ण भूमिका रही।इस कार्यक्रम के तहत सक्रिय स्वयंसेवकों को प्रशस्ति पत्र, व पुरस्कार डॉ. ए. सी. गुप्ता, डॉ . प्रीति गुप्ता, डॉ. बृजेश पांडेय व डॉ. आशुतोष देउस्कर के हाथों प्रदान किया गया।
इसके अलावा महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. जे.आर.कंवर, डॉ. आशुतोष देउस्कर, डॉ. बृजेश पाण्डेय के साथ -साथ पं. डी. के.द्विवेदी, श्रीमती अर्चना पांडेय, डॉ. कुंती साहू, सीमा बड़ा, मृदुलता शर्मा , राधेश्याम पटेल, रामलाल दास, घनश्याम दुबे, आरिफ़ ढेबर आदि महाविद्यालय के अतिथि व्याख्याता व तथा काफी संख्या में महाविद्यालय के छात्र-छात्रा उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम को अप्रत्यक्ष रूप से सफल बनाने में रमेश नामदेव ‘पंचम’ ने अपना बहुमूल्य योगदान दिया।कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय की छात्राओं कु. सिमरन परवीन तथा शालिनी सिंह श्याम द्वारा किया गया।