जिला पंचायत की बैठक में हंगामे से लेकर गांधीगिरी देखने को मिली
दुर्ग। जिला पंचायत दुर्ग की संचार संकर्म विभाग की बैठक चल रही है। बैठक पिछले पांच घंटे से जारी है। इस बार की बैठक में हंगामे से लेकर गांधीगिरी देखने को मिली। बैठक में लोक संकर्म विभाग की सभापति अमिता बंजारे, पुनीता ठाकुर, अशोक साहू और जयंत देशमुख मौजूद रहे। बैठक दोपहर 2 बजे शुरू हुई। इस बैठक में पीडब्ल्यूडी के अधिकारी पालन रिपोर्ट लेकर नहीं आए। जब जयंत ने अफसरों से पूछा कि पालन रिपोर्ट कहां है? ताे अफसर गोलमोल जवाब देने लगे। बगल तक झांकते रहे। बाकी सदस्यों ने दबाव बनाया। तब भी पीडब्ल्यूडी के अफसर यही कहते रहे कि रिपोर्ट नहीं है। लाना पड़ेगा…वगैरह-वगैरह। आज तो जिला पंचायत के सदस्य भी मूड में थे कि आज रिपोर्ट लेकर ही बैठक खत्म करेंगे। सभी रिपोर्ट के इंतजार में बैठे रहे। कोई कुर्सी से हिला तक नहीं। अफसर ये सोच रहे थे कि बैठक खत्म हो जाएगी। लेकिन सदस्य कहां मानने वाले थे। समिति के सचिव एचएल चतुर्वेदी ईई आरईएस सहित आधे दर्जन विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
ऐसा पहली बार नही हुआ है कि नियमतः जिला पंचायत समिति की बैठकों में मुख्य कार्यपालन अभियंता की उपस्तिथि अनिवार्य है लेकिन लोक निर्माण विभाग दुर्ग के ईई विजय कोरम पिछले 2 वर्षों से 6 बैठकों से अधिक बैठक में एसडीओ को भेजकर खानापूर्ति कर रहे हैं ।साथ ही हर महीने की बैठक में अलग अलग अधिकारी आते हैं जो ,पिछले बैठकों की जानकारी एवं पालन प्रतिवेदन नहीं लाते।
जिससे परेशान सदस्यों ने पूर्व में समिति भंग करने के लिए जिलाधीश अंकित आनंद से की थी। पर उनके द्वारा भी अब तक न कोई कार्यवाही नहीं हुई न ही व्यवस्था में कोई सुधार हुआ। जिससे सदस्य सोमवार को संतोषप्रद उत्तर नहीं मिलने पर बैठक खत्म नही करने पर अड़े हुए हैं।